सतीश पूनिया बोले-कोरोना में पीएफआई को परमिशन और रामनवमी पर धारा 144 क्यों?
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सतीश पूनिया बोले-कोरोना में पीएफआई को परमिशन और रामनवमी पर धारा 144 क्यों?

भाजपा की प्रेस वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि करौली की चर्चा पूरे देश में है.  करौली चर्चा ने पूरे देश में राजस्थान को शर्मसार भी किया है. करौली मामले में प्रदेश सरकार की तुष्टिकरण कर नकाब पूरी तरह से हट गया है.

सतीश पूनिया बोले-कोरोना में पीएफआई को परमिशन और रामनवमी पर धारा 144 क्यों?

Jaipur: भाजपा की प्रेस वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि करौली की चर्चा पूरे देश में है.  करौली चर्चा ने पूरे देश में राजस्थान को शर्मसार भी किया है. करौली मामले में प्रदेश सरकार की तुष्टिकरण कर नकाब पूरी तरह से हट गया है. सतीश पूनिया ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पीएफआई को कोटा में रैली की परमिशन मिल जाती है वो भी तब जब कोरोना काल था. आज जब कोरोना की पाबंदिया भी नहीं है तब राजस्थान में रामनवमी पर धारा 144 लगाई गई. राज्य की सत्ता में कांग्रेस के आने के बाद पीएफआई जैसे अराजक तत्व सिर क्यों उठाते हैं. 

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि शांति सद्भाव की बात करने वाले मुख्यमंत्री का विद्रूप चेहरा जनता के सामने आ गया है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आए और मुख्यमंत्री ने कह दिया कि आग लगाकर चले गए. ये किसी मुख्यमंत्री का स्तरहीन बयान है. पूनिया ने कहा कि हम हम राज्यपाल से न्याय मांगने गए थे. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि 4 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 5 अप्रैल को करौली गया था. प्रतिनिधिमंडल ने आईजी को पांच वीडियो सौंपे. पांच पीड़ित से मिले जिन की दुकानें जला दी गई थी, लेकिन 4 दिन बाद भी उनका एफआईआर दर्ज नहीं की गई. जिनकी मोटरसाइकिल जलाई गई उनकी भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई. आईजी ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री के बयान के बाद मामला उलट गया. राजेंद्र राठौड़ ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के बयान के बाद पुलिस की कार्रवाई बहुसंख्यक समुदाय के खिलाफ कर रही है. 

करौली में लोगों का पलायन हुआ है
भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि करौली में लोगों का पलायन हुआ है. 195 लोग ऐसे हैं जहां से लोग पलायन करा दिया और पलायन करने के बाद उनके घर व दुकानों पर कब्जा हो गया है. करौली की घटना के बाद भी लोग पलायन कर गए हैं. उनके वीडियो मेरे पास हैं. पलायन करने वालों में 90% दलित समुदाय के हैं जिन्हें धमकाया जा रहा है. स्थानीय प्रशासन व कांग्रेसी नेता धमका रहे हैं. कांग्रेस का वार्ड पार्षद सबसे बड़ा सटोरिया अपराधी है. वह आरोपी है जो खुले में घूम रहा है. कांग्रेस के लोग हैं जिन्होंने हिंसा को भड़काया है. इसलिए गिरफ्तारी नहीं हो रही है जबकि निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. सरकार धर्म प्रेमियों को पूरी तरह डरा रही है. करौली घटना से संबंधित वीडियो में दिखाया गया जिसमें पुलिस की मौजूदगी में समुदाय विशेष के लोग हमला कर रहे हैं. 

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