राजस्थान में देश का पहला सबसे बड़ा रोबोटिक रिहैबिलिटेशन सेंटर होगा इस सरकारी अस्पताल में, 23 करोड़ की लागत से रोबोटिक मशीनें लगेंगी
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राजस्थान में देश का पहला सबसे बड़ा रोबोटिक रिहैबिलिटेशन सेंटर होगा इस सरकारी अस्पताल में, 23 करोड़ की लागत से रोबोटिक मशीनें लगेंगी

Rajasthan News: रोबोटिक रिहैबिलिटेशन सेंटर को डेवलप करने के साथ साथ सेंटर में मरीजों के लिए अन्य सुविधाओं का भी विस्तार किया जाएगा. 

राजस्थान में देश का पहला सबसे बड़ा रोबोटिक रिहैबिलिटेशन सेंटर होगा इस सरकारी अस्पताल में, 23 करोड़ की लागत से रोबोटिक मशीनें लगेंगी

Jaipur News: प्रदेश के सबसे बड़े SMS अस्पताल में मस्तिष्क और तंत्रिका संबंधी विकारों से पीड़ित रोगियों की मांसपेशियों में सुधार के लिए अब रोबोट का उपयोग किया जाएगा. SMS अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी के बाद रोबोटिक रिहैबिलिटेशन सेंटर तैयार किया जाएगा. 23 करोड़ की लागत से तैयार होने वाले इस रोबोटिक रिहैबिलिटेशन सेंटर में मस्तिष्क और तंत्रिका संबंधी विकारों से पीड़ित रोगियों की मांसपेशियों में सुधार और बिस्तर और व्हीलचेयर पर जिंदगी बीता रहे मरीजों की बेहतर जिंदगी करने का प्रयास किया जाएगा .

ब्रेन स्ट्रोक, रीढ़ की हड्डी की चोट के रोगियों, सेरेब्रल पाल्सी के पीड़ित मरीज दर्द के साथ साथ खड़े होने पर संतुलन खो देते है. इससे मरीज विकलांग नहीं होकर भी विकलांगता जैसा जीवन जीते है. ऐसे मरीजों को नई जिंदगी देने के लिए प्रदेश की सरकार ने सकारात्मक कदम उठाया है. पिछली सरकार की बजट घोषणा में 23 करोड़ की लागत से SMS अस्पताल में रोबोटिक रिहैबिलिटेशन सेंटर खोलने की घोषणा की थी. बजट घोषणा पर तेजी से काम शुरू हुआ और अब SMS रिहैबिलिटेशन सेंटर को नया रूप देने के लिए जल्द वर्क ऑर्डर जारी किया जाएगा.

रोबोटिक रिहैबिलिटेशन सेंटर को लेकर SMS अस्पताल के रिहैबिलिटेशन सेंटर के निदेशक डॉ मृणाल जोशी ने बताया कि SMS के रोबोटिक रिहैबिलिटेशन सेंटर को हिंदुस्तान का सबसे अच्छा सेंटर बनाने का प्रयास किया जा रहा है. जिसमे 8 अलग अलग तरह की रोबोटिक मशीनें लगाई जाएगी. जिसमे रोबोटिक थेरेपी मशीन लगाई जाएगी जो रोबोटिक चाल प्रशिक्षण का सिद्धांत बार-बार चलने और मांसपेशियों के पैटर्न को नियंत्रित करके पैरों की गति पर ध्यान केंद्रित करेगा. जिससे रोगी को आत्मविश्वास प्राप्त करने और सीखने में मदद मिलेगी. रोबोटिक मस्तिष्क को रोबोट के साथ चलने के अभ्यास के माध्यम से प्रभावी ढंग से चलना सीखने और याद रखने के लिए प्रेरित करेगा.

रोबोटिक रिहैबिलिटेशन सेंटर को डेवलप करने के साथ साथ सेंटर में मरीजों के लिए अन्य सुविधाओं का भी विस्तार किया जाएगा. जहां वर्तमान में सेंटर में रोजाना 700 से 800 मरीज आते है ऐसे में आने वाले समय मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भर्ती के लिए बैड और मेनपावर भी बढ़ाई जाएगी.

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