मासूम सी बच्ची से लेकर स्वर कोकिला तक का सफर, कैसे बनी वो महान गायिका
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1090134

मासूम सी बच्ची से लेकर स्वर कोकिला तक का सफर, कैसे बनी वो महान गायिका

मशहूर गायिका लता मंगेशकर अब नहीं रही, उन्होंने अपनी आखिरी सांस 92 वर्ष की उम्र में ली. वो बीते कई दिनों से बीमार चल रही थी और उनका इलाज अस्पताल में जारी था.

लता मंगेशकर

Jaipur: मशहूर गायिका लता मंगेशकर अब नहीं रही, उन्होंने अपनी आखिरी सांस 92 वर्ष की उम्र में ली. वो बीते कई दिनों से बीमार चल रही थी और उनका इलाज अस्पताल में जारी था. लता मंगेशकर के जाने से रहमान फारिस का है एक शेर याद आता है-  

कहानी ख़त्म हुई और ऐसी ख़त्म हुई 
कि लोग रोने लगे तालियां बजाते हुए.

लता मंगेशकर ने अपनी मीठी आवाज से कई दशकों तक ना सिर्फ भारत बल्कि पूरे विश्व को अपना दीवाना बना लिया था. उन्होंने न जाने कितने कलाकारों को संगीत की दुनिया में आगे बढ़ने के की प्रेरित किया. उन्हें भारत में स्वर कोकिल के नाम से भी जाना जाता है, उनको लोग प्यार से लता दीदी भी कहते थे. 

लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 में इंदौर शहर में हुआ था, जब वो 13 साल की थी तब ही उनके पिता का निधन हो गया था. अगर हम बात करें उनके गानों की तो उन्होंने तकरीबन 30 से ज़्यादा भाषाओं में फिल्मी और गैर फिल्मी गाने गाए हैं. लता दीदी को पहली बार गाने का मौका वसंत जोगलेकर ने साल 1947 में अपनी फिल्म 'आपकी सेवा में' प्ले बैक सिंगिंग कराकर दिया था. इसके बाद लता ने मजबूर फिल्म के गाने गाए. 

यह भी पढ़ें-डूंगरपूर के राजा से प्यार कर बैठी थीं लता, अधूरी रह गई प्रेम कहानी!

इतना सब गाने के बाद भी उनको वो उपलब्धि नहीं मिली थी, जिसकी उनको तलाश थी पर रूमी कहते हैं ना आप जो चाहते हैं वह आपको ढूंढ रहा है और हुआ भी कुछ ऐसा ही. लता मंगेशकर की ये मुराद साल 1949 में पूरी हुई, जब उन्होंने फिल्म महल का 'आएगा आने वाला' गीत  गाया. फिल्म और गीत दोनों रातों रात हिट हो गई. महल फिल्म से दो कलाकारों का उदय हुआ, एक थी हर दिल अजीज मधुबाला और दूसरी थी स्वर कोकिल लता मंगेशकर. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. 

लता मंगेशकर ने 30 हजार से भी ज्यादा गाने गाए है. वो किसी भी परिचय की मोहताज नहीं हैं. उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से  लेकर फ़िल्म फेयर, पद्म भूषण, पद्म विभूषण समेत कई बड़े अवार्ड मिल चुके है. साल 2001 में लाता मंगेशकर को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से भी सम्मानित किया गया.

वैसे तो उनके सभी गीत खूब पसंद किए गए पर उनके गाए हुए मेरे कुछ पसंदीदा गीत ये हैं-
- आएगा आनेवाला, फिल्म महल 
- लग जा गले, फिल्म वो कौन थी 
- नैना बरसे रिमझिम रिमझिम, फिल्म वो कौन थी 
- आपकी नजरों ने समझा, फिल्म अनपढ़ 
- आज फिर जीने की तमन्ना है, फिल्म गाइड 

लता मंगेशकर ब हम सबके बीच नहीं रही पर वो हमेशा हमारी यादों में हमारे जीवन में अपने गीतों को वजह से मौजूद रहेंगी.

Trending news