Vivah Muhurat 2022-23: आज से राजस्थान में जमकर बैंड-बाजा-बारात, पहले ही दिन बजी 40 हजार शहनाइयां
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1425348

Vivah Muhurat 2022-23: आज से राजस्थान में जमकर बैंड-बाजा-बारात, पहले ही दिन बजी 40 हजार शहनाइयां

Vivah Muhurat 2022-23: राजस्थान में शादियों की सीजन आज से शुरू हो गया है. प्रदेश भर में 40 हजार से अधिक आज शादियां होंगी. राजस्थानी में सब जगह विवाह स्थलों की बुकिंग हो चुकी है..

 

राजस्थान में शादियों की सीजन शुरू

Vivah Muhurat 2022-23: नवंबर महीने का कपल को बहुत इंतजार रहता है। इस महीने में बहुत शादियां होती है. तुलसी विवाह के बाद से शादियों का शुभ मुहूर्त शुरू हो जाता है. शादियों का सीजन आज शुक्रवार से शुरू हो गया है, इसी बीच राजस्थान में शादियों की सुगबुगाहट होने लगी है.आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की एकदाशी यानी देवशयनी एकादशी से बंद मंगल कार्य आज कार्तिक शुक्ल एकादशी यानी देवउठनी से शुरू होंगे. 

आपको बता दें कि चार महीने बाद शादियों का अबूझ सावा आज शुक्रवार को है. इस सावे में राजधानी जयपुर में 3 हजार से अधिक शादियां होंगी. इस माह दो दिन 10 रेखीय सावे है, जो विवाह के लिए सर्वश्रेष्ठ रहेंगे. 16 दिसंबर से मलमास शुरू हो जाएगा, जो 14 जनवरी तक चलेगा, इस बीच मांगलिक कार्य नहीं होंगे.

जयपुर में अभी से बुक हुए विवाह स्थल
राजधानी जयपुर में इसके लिए 900 से अधिक विवाह स्थल बुक किए गए है, वहीं होटल, रिसोर्ट, कम्युनिटी हाॅल आदि में भी बुकिंग हो चुकी है. देवउठनी के सावे पर प्रदेश भर में 40 हजार से अधिक वैवाहिक आयोजन हो रहे हैं. देव उठनी एकादशी एक ही अबूझ सावा होने के कारण 9 दिन प्रदेश में खूब शादियां होंगी. बता दें, प्रदेश में कोराना की गाइडलाइंस के वजह सी आयोजनों पर पांबदी लगी हुई थी, लेकिन गहलोत सरकरा ने पाबंदियों में छूट दे दी. सरकार की छूट के बाद इस साल शादी समारोह की धूम रहेगी.

बता दें कि दो साल कोरोना के कारण मांगलिक आयोजनों पर प्रशासनिक बंदिशें थीं. बंदिशें हटने के बावजूद लोगों में कोरोना का भय बना हुआ था. वर्ष 2019 और 2020 में कई लोगों ने शादियां टाल दी थीं. अब शादियों की भरमार रहेगी.  देवउठनी एकादशी, देवशयनी, अक्षय तृतीया, पीपल पूर्णिमा, भड़ल्या नवमी समेत अन्य अबूझ मुहूर्तों में काफी शादियां होती हैं. चार माह से शादियां नहीं हो रही थीं. देवप्रबोधिनी एकादशी पर 500 के करीब शादियां होने की संभावना है. दिसंबर तक सावों के बाद जनवरी में खूब शादियां होंगी. बारातों में भी लोग जाएंगे और जमकर शादी समारोह का आंनद लेने के मूड में हैं.

नक्षत्र और कुमार योग रहेगा
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार देवउठनी एकादशी का अबूझ मुहूर्त होने से इस दिन पूर्वा भाद्रपद  नक्षत्र और कुमार योग रहेगा. ये दोनों ही सूर्योंदय के साथ आज से शुरू होंगे, जो दिनभर रहेंगे. शुक्र का तारा अस्त अबूझ मुहु्र्तों को प्रभावित नहीं करता है, ऐसे में देवउठनी एकादशी पर मांगलिक कार्य हो सकेंगे. इसके बाद 28 नवंबर को 10 रेखीय सावे के साथ पंचागीय मुहूर्त  शुरू हो जाएंगे. इस माह दो दिन 10 रेखीय सावे है, जो विवाह के लिए सर्वश्रेष्ठ रहेंगे. 16 दिसंबर को मलमास शुरू हो जाएगा, जो 14 जनवरी तक रहेगा. इस बीच मांगलिक कार्य नहीं पाएंगे. 

जयपुर की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.

यह भी पढ़ेंः 

आखिर क्यों Kangana बोलीं कि 'मेरे पिता सुबह-शाम जय मोदी-योगी कहते हैं', कहीं ये तो नहीं है इरादा ?

Rajasthan Alert: राजस्थानवासियों के लिए भारी रहेगा कल का दिन, इतने घंटों तक गुल रहेगी बिजली

Trending news