Blanket Market In Kota: राजस्थान के इस जगह मिल रहे लुधियाना और पानीपत के सबसे सस्ते कंबल जिसका प्राइस देखकर आप लेने को हो जाएंगे मजबूर.
Trending Photos
Winter Special Blanket: पिछले दिनों से कोटा में बड़े ही धूमधाम से लुधियाना और पानीपत के प्रसिद्ध रजाई और कंबलों का बाजार खुल गया है. दीपावली के बाद से ही कोटा के विभिन्न क्षेत्रों में फुटपाथ पर मखमली रजाई और कंबलों के स्टॉल देखना एक सामान्य दृश्य हो गया है. सुबह और शाम को लोग इन रजाई और कंबलों में लिपटे हुए दिखाई दे रहे हैं, इसके अलावा अब गर्म कपड़े भी पहन रहे हैं.
कोटा के विभिन्न क्षेत्रों में अब लुधियाना और पानीपत से आए रजाई और कंबलों की दुकानें स्थापित हो गई हैं और वहां विभिन्न प्रकार के कंबलों की बेहतरीन कलेक्शन मिल जाएगा. इन दुकानों में किलो के हिसाब से कंबल की बिक्री भी हो रही है और इसमें 500 से 3000 रुपये तक के कंबल शामिल हैं. दुकानों में रजाई और कालीन भी उपलब्ध हैं, जो ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं.
कोटा के एक दुकानदार, कजोड़, ने बताया कि उनकी दुकान में ₹500 से ₹3000 तक के 10 से 12 विभिन्न क्वालिटी के कंबल मौजूद हैं. लुधियाना और पानीपत से आए कंबल और रजाई का दर्शनीय प्रचलन है, क्योंकि वहां के उत्पाद सर्दियों में गरम रहते हैं. बाजार में इन कंबलों की कीमतें 3000, 4000 रुपये तक हो सकती हैं, जबकि हम ग्राहकों को 1000, 2000, और ₹3000 में उपलब्ध कंबल प्रदान कर रहे हैं.
यह भी पढ़े- राजस्थान के इस जिले में रिमझिम बारिश,तेज हवा ने बढ़ाई ठंडक, करौली में दूसरे दिन भी छाए रहे बादल
इस समय साल के 25 नवंबर से वैवाहिक सीजन भी शुरू हो गया है और इस दौरान कंबल की मांग विशेष रूप से बढ़ जाती है. विवाह में कंबल को गिफ्ट पैक में देने की ट्रेंड बढ़ रही है और इसके चलते कंबल का सीजन अच्छे तरह से चल रहा है.
सर्दी अधिक पड़ने की संभावना
सुनील शर्मा, जो कंबल खरीदने गए थे, ने बताया कि ठंड का मौसम शुरू हो गया है. वहां पानीपत के कंबल विशेषकर सर्दियों के लिए काफी प्रसिद्ध हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने 2000 रुपए में एक कंबल खरीदा है, और अगर वही आइटम मार्केट या शोरूम से खरीदा जाए, तो इसकी मूल्यवर्धित कीमत तीन से ₹4000 तक हो सकती है. इस गुणवत्ता के कंबल का बाजार में भी पूरी तरह से उपलब्ध नहीं है. इस बार मौसम विभाग ने सार्थक रूप से सर्दी का अधिक पड़ने की संभावना जताई है, जिसके कारण कंबल का सीजन लंबा चलने की उम्मीद है.