जैसलमेर लाठी क्षेत्र में ट्रेन की चपेट में आने से वन्यजीव और पशुओं की घायल होने व मौत होने का सिलसिला जारी है. आए दिन ट्रेन की चपेट में आने से वन्यजीव एंव पशु घायल होकर काल का ग्रास बन रहे हैं.
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Pokaran: जैसलमेर लाठी क्षेत्र में ट्रेन की चपेट में आने से वन्यजीव और पशुओं की घायल होने व मौत होने का सिलसिला जारी है. आए दिन ट्रेन की चपेट में आने से वन्यजीव एंव पशु घायल होकर काल का ग्रास बन रहे हैं.
ऐसे में स्थानीय लोगों को आए दिन तकलीफ उठानी पड़ रही है. वहीं दूसरी ओर जीव रक्षकों में प्रशासन के खिलाफ रोष गहराता जा रहा है. इस संबंध में ग्रामीणों व वन्यजीव प्रेमियों द्वारा कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित किया गया, लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण ओढाणीया से लेकर लाठी तक बना रेलवे मार्ग इन दिनों पशुओं व वन्यजीव के लिए मौत का ट्रैक बन कर रह गया है.
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अलसुबह भी धोलिया गांव के पास ट्रेन की चपेट में आने से एक चिंकारा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे वन्यजीव प्रेमी द्वारा उपचार करवाने के बाद लाठी वनविभाग को सुपुर्द किया. जानकारी के अनुसार आज अलसुबह धोलिया गांव के पास कुछ चिंकारे रेलवे ट्रेक को पार कर रहे थे. इस दौरान यहां से गुजर रही ट्रेन की आवाज सुनकर एक चिकारा हड़बड़ाहट में ट्रेन कि चपेट में आ गया, जिससे चिंकारा गंभीर रूप से घायल हो गया.
सूचना मिलने पर अखिल भारतीय बिश्नोई सभा के जिलाध्यक्ष राधेश्याम बिश्नोई गोपी लाल बिश्नोई सहित बड़ी संख्या में आसपास के वन्य जीव प्रेमी मौके पर पहुंचे. उन्होंने घायल चिंकारे को अपने कब्जे में लिया और अपने घर लाकर चिंकारे का चिकित्सक से उपचार करवाया. चिकारे को लाठी वनविभाग के कार्मिकों को सौंप दिया, जहां पर घायल चिंकारे की देखरेख व उपचार किया जा रहा है.
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