Jhalawar News: अक्सर अपने पुलिसकर्मियों को वर्दी में रील बनाते देखा होगा लेकिन अब राजस्थान के झालावाड़ के पुलिसकर्मी या जवान रील्स को वर्दी पहनकर नहीं बना सकेंगे, नहीं तो विभाग की तरफ से उनके खिलाफ कार्यवाही भी की जा सकती है. दरअसल, यह हिदायत झालावाड़ पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर दी है.
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Jhalawar News: सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां पर हर कोई अपने टैलेंट का प्रदर्शन करना चाहता है. कोई भी हो, हर कोई आज कल सोशल मीडिया पर एक्टिव है. वहीं कई राज्यों के पुलिसकर्मी भी अब सोशल मीडिया पर एक्टिव हो गए हैं. कभी कोई ज्ञान देता नजर आता है तो कभी कोई अपने इंटरेस्ट की चीज करता नजर आता है लेकिन राजस्थान के झालावाड़ के पुलिसकर्मियों के लिए एक नया फरमान जारी हुआ है, जिसमें अगर किसी भी पुलिसकर्मी ने वर्दी में रील बनाई तो उस पर कार्यवाही हो सकती है.
जी हां, अक्सर अपने पुलिसकर्मियों को वर्दी में रील बनाते देखा होगा लेकिन अब राजस्थान के झालावाड़ के पुलिसकर्मी या जवान रील्स को वर्दी पहनकर नहीं बना सकेंगे, नहीं तो विभाग की तरफ से उनके खिलाफ कार्यवाही भी की जा सकती है. दरअसल, यह हिदायत झालावाड़ पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर दी है. उनके मुताबिक अब जिले का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी पुलिस की वर्दी पहनकर रील बनाकर सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट अपलोड नहीं करेगा. एसपी ने यह नया फरमान संपर्क सभा में जारी किया.
जानकारी के मुताबिक, जयपुर मुख्यालय के आदेश पर रिजर्व पुलिस लाइन में संपर्क सभा का आयोजन किया गया था. इस दौरान रिचार्ज तोमर ने कहा पुलिस परिणाम में अधिकारियों और जवानों की सेरेमोनियल परेड ली गई. पुलिस लाइन परिसर का दौरा भी किया गया. पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर के अध्यक्षता में संपर्क सभा आयोजित हुई, जिसमें सैकड़ो पुलिसकर्मी शामिल हुए. इस संपर्क सभा में कई पुलिस वालों ने अपनी निजी और विभागीय समस्याओं से एसपी को अवगत कराया. साथ ही सभी पुलिसकर्मियों से कर्मयोगी भारत ऐप डाउनलोड करने के निर्देश भी दिए गए.
पुलिस का भरोसा आमजन में बनाए रखना, टीम की भावना से काम करने और पुलिस विभाग के सच छवि को बनाए रखने के लिए अपराधियों से किसी भी तरह की मिलीभगत ना रखने की सलाह दी गई. इसके साथ ही कहा गया कि कोई भी पुलिस अधिकारी कर्मचारी पुलिस की यूनिफॉर्म पहनकर कोई भी रील वीडियो या फोटो सोशल मीडिया पर नहीं डालें. सोशल मीडिया का इस्तेमाल बहुत ही सोच समझकर किया जाए. बता दें कि यह सब पुलिस विभाग की गरिमा और अनुशासन को बनाए रखने की मंशा से किया गया.