झुंझुनूं: उदयपुरवाटी में विस्फोट से महिला की मौत का मामला, 500 फुट दूर छत पर मिला हाथ
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1779535

झुंझुनूं: उदयपुरवाटी में विस्फोट से महिला की मौत का मामला, 500 फुट दूर छत पर मिला हाथ

झुंझुनूं न्यूज: उदयपुरवाटी में विस्फोट से महिला की मौत के मामले में दूसरे दिन रात को 500 फुट दूर छत पर महिला का हाथ मिला. बता दें कि हादसा वार्ड नंबर 26 में बुधवार सुबह हुआ था.

झुंझुनूं: उदयपुरवाटी में विस्फोट से महिला की मौत का मामला, 500 फुट दूर छत पर मिला हाथ

उदयपुरवाटी, झुंझुनूं: झुंझुनूं के उदयपुरवाटी कस्बे के वार्ड 26 में इस्लामिया मदरसा के सामने स्थित एक मकान में विस्फोट से एक महिला की मौत के बाद पुलिस को वहां विस्फोटक सामग्री का भंडार मिला है. पुलिस ने मकान के पास स्थित दो दुकानों से पटाखे बनाने की सामग्री जब्त की है. 

वहीं पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि मृतका अफरीन बानो मकान की छत पर पटाखे बनाने की सामग्री ही तैयार कर ही थी. उसी दौरान पटाखे बनाने की सामग्री में विस्फोट हुआ. मामले में एएसआई रामसिंह की ओर से रिपेार्ट दर्ज करवाई गई. इसमें बताया गया है कि मृतका अफरीन के पति जावेद का परिवार काफी समय से पटाखे बनाने का काम कर रहा है.

जावेद व साजिद ने रेडीमेड पटाखे व पटाखे बनाने की सामग्री के गोदाम भी बना रखे हैं. घर के पास ही दुकान किराए पर लेकर विस्फोटक सामग्री का भंडार कर रखा है. इस पर पुलिस ने दुकानों से रेडीमेड पटाखे व पटाखे बनाने की सामग्री को जब्त किया है. इसमें ब्लैक पाउडर व पोटेशियम पाउडर भी शामिल है. इधर, विस्फोट से अफरीन बानो मकान की छत से तीस फीट उछलकर पड़ौस के मकान की छत पर जाकर गिरी. उसका एक हाथ व एक पैर अलग होकर दूर जा गिरे. 

छत पर मिला हाथ

तलाशी में तीन सौ फीट दूर पैर तो मिल गया था लेकिन हाथ का पता नहीं चला है. दूसरे दिन गुरुवार रात को उसके घर से पांच सौ फीट की दूरी पर शेरसिंह के मकान की छत पर हाथ पड़ा हुआ मिला. हाथ पूरी तरह से क्षत-विक्षत था. हादसे के दिन उस घर की छत पर कोई नहीं गया. दूसरे दिन लोगों ने छत पर जाकर देखने के लिए कहा तो युवक मनीष शाम को सात बजे छत पर गया. उसे वहां महिला का हाथ पड़ा मिला. सूचना पर एसआई सुरेश सिंह मौके पर पहुंचे और छत पर मिले महिला के हाथ को कब्जे में लिया. 

पुलिस के अनुसार जिस घर में विस्फोट हुआ उस परिवार के लोग वर्षों से पटाखे बनाने का काम करते आ रहे हैं. हालांकि जावेद के पिता लाल मोहम्मद भड़भूज्या के नाम लाइसेंस था. लेकिन एक साल पहले लाल मोहम्मद की मौत हो गई. उसके बाद लाइसेंस रिन्यू नहीं करवाया गया.

ये भी पढ़ेंः बीकानेर से वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा का पहला जत्था रवाना, 400 नागरिकों को मिला पहला मौका

ये भी पढ़ेंः राजस्थान- CM गहलोत ने सरकारी नौकरी पाने का सपना किया और भी आसान, आवेदन शुल्क में दी ये बड़ी राहत

Trending news