ये कानून के हाथ हैं किसी भी स्टेट में पहुंच सकते हैं.... पुलिस ने किया इस बड़े मामले का खुलासा
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ये कानून के हाथ हैं किसी भी स्टेट में पहुंच सकते हैं.... पुलिस ने किया इस बड़े मामले का खुलासा

झुंझुनूं पुलिस ने सूरजगढ़ एसएचओ मुकेश कुमार के नेतृत्व और आंध्रप्रदेश पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर चार दिन तक झुंझुनूं के किढवाना और पास पड़ोस के इलाकों में डेरा डाले रखा और हर मूवमेंट पर नजर रखी. 

ये कानून के हाथ हैं किसी भी स्टेट में पहुंच सकते हैं.... पुलिस ने किया इस बड़े मामले का खुलासा

Surajgarh: झुंझुनूं पुलिस ने एक बड़ी सफलता प्राप्त कर आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा से करीब ढाई किलो सोने की ज्वैलरी लेकर फरार होने वाले दो आरोपियों को धर दबोचा है. इसके लिए आंध्रप्रदेश पुलिस की एक टीम ने पिछले चार दिनों से झुंझुनूं में ही डेरा डाल रखा था. यह पूरी कार्रवाई एसपी मृदुल कच्छावा के निर्देशन में की गई है.

एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि कि आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा शहर में स्थित थाना सैकंड टाउन में जय माताजी लॉजिस्टिक फर्म के मालिक सुनिल सैनी ने मामला दर्ज कराया था कि उसके यहां काम करने वाले दो कर्मचारी भवानीसिंह और राजवीर को किसी दूसरी फर्म के पास पहुंचाने के लिए करीब ढाई किलो सोने की ज्वैलरी दी गई थी. जो ज्वैलरी संबंधित फर्म को ना पहुंचाकर आरोपी अपने साथ लेकर गायब हो गए. इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों युवकों के गांव सूरजगढ़ के किढवाना में तलाश शुरू की.

इससे पहले उन्होंने झुंझुनूं पुलिस को पूरी कहानी बताई. झुंझुनूं पुलिस ने सूरजगढ़ एसएचओ मुकेश कुमार के नेतृत्व और आंध्रप्रदेश पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर चार दिन तक झुंझुनूं के किढवाना और पास पड़ोस के इलाकों में डेरा डाले रखा और हर मूवमेंट पर नजर रखी. जब दोनों अपने गांव किढवाना आए तो दोनों को दबोच लिया गया. आरोपी किढवाना निवासी 21 वर्षीय भवानीसिंह पुत्र करणसिंह तथा 22 वर्षीय राजवीर पुत्र महेश कुमार हैं. इनमें से राजवीर के पूर्व में भी एक नकबजनी का मामला दर्ज हैं. सूरजगढ़ पुलिस ने आरोपियों को आंध्रप्रदेश पुलिस के सुपुर्द कर दिया है.

10 दिन पहले बनाई योजना

सूरजगढ़ एसएचओ मुकेश कुमार ने बताया कि आरोपी भवानी सिंह इस फर्म में 10 महीने से और राजवीर एक महीने से काम करता था. दोनों आरोपियों ने 10 दिन पहले ही इस तरह सोने के गहने लेकर फरार होने की योजना बनाई और आठ जुलाई को इस योजना के तहत ज्वैलरी लेकर फरार हो गए. इस फरारी के दौरान कुछ दिनों तक वे महाराष्ट्र भी छुपे रहे  लेकिन बाद में किढवाना गांव की तरफ आए.

पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपियों ने ज्वैलरी चुराने के मामले में यही सोचकर वारदात को अंजाम दे दिया कि आंध्रप्रदेश की पुलिस उसके गांव तक कैसे पहुंचेगी. आएगी तो दो-चार बार आकर वापिस चली जाएगी.  ऐसे में वे सोने को बेचकर पैसे आधे-आधे कर लेंगे. फरारी के दौरान भी उन्होंने ज्वैलरी के पैकेट्स से कोई भी आभूषण बेचने की कोशिश नहीं की. जिसके कारण चोरी का पूरा का पूरा सोना पुलिस ने बरामद कर लिया है.

पुलिस पहुंच गई पहले, ये आए बाद में

आंध्रप्रदेश की पुलिस विजयवाड़ा कमिश्नर कांतिराणा टाटा, उपायुक्त विशाल गुन्नी के निर्देशन में काम करते हुए सीआई श्रीनिवास तथा एसआई शब्बीर अहमद के नेतृत्व में चार दिन पहले ही झुंझुनूं पहुंच गई थी और सूरजगढ़ पुलिस के साथ ऑपरेशन शुरू कर दिया था लेकिन दोनों आरोपी छुपते छिपाते एक दिन बाद किढवाना गांव आए और घर पर ज्वैलरी के पैकेट्स रखने के बाद भी अपनी जगह बदलते रहे. पर पुलिस की गिरफ्त में आ ही गए.

Reporter-Sandeep Kedia

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