10 दिन पहले घर के अंदर से किडनैप हुई थी 16 साल की मासूम, पुलिस नहीं कर पाई अब तक पता
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10 दिन पहले घर के अंदर से किडनैप हुई थी 16 साल की मासूम, पुलिस नहीं कर पाई अब तक पता

जस्थान के बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के कुम्हारों की बेरी के राजस्व गांव में 16 वर्षीय बालिका के अपहरण का मामला सामने आया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

Barmer: राजस्थान के बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना थाना क्षेत्र के कुम्हारों की बेरी के राजस्व गांव में 16 वर्षीय बालिका के अपहरण का मामला सामने आया है. घटना करीब 10 दिन पूर्व की है, परिजन धोरीमन्ना थाने में नामजद लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज करवा चुके हैं लेकिन अब तक बच्ची का कोई पता नहीं चल पाया है.

बता दें कि इस घटना के 10 दिन हो चुके हैं लेकिन अब तक मामले में कोई कार्यवाई नहीं की गई है. मंगलवार को नाबालिग के परिजनों ने जिला पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को गिरफ्तार करने और नाबालिग को दस्तयाब कर सुपुर्द करने की मांग की. 

धोरीमन्ना से बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंचे नाबालिग के परिजनों ने बताया कि बीते 11 सितंबर को रात करीब 3 बजे वह खेत मे पहरा देने गए हुए थे. आरोप है कि इस दौरान उसके घर में अनाधिकृत रूप से मोढ़ा जालोर निवासी पेमाराम विश्नोई के दोनों बेटे नरेश कुमार और सुनील कुमार घर में घूस गए और घर में सो रही 16 वर्षीय नाबालिग बच्ची का अपहरण कर लिया. 

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घटना की भनक जैसे ही घरवालों को लगी, उन्होंने बीच बचाव की कोशिश भी की, लेकिन आरोपी उनकी बेटी को गाड़ी में डालकर मौके से भाग गए. जिला पुलिस अधीक्षक के नाम सौंपे ज्ञापन में परिजनों ने नाबालिग के साथ किसी अनहोनी घटना घटने का अंदेशा जताते हुए पुलिस अधीक्षक से मामले में त्वरित कार्यवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार करने और नाबालिग को दस्तयाब कर सुपुर्द करने की मांग की है.

वहीं मामले को लेकर बाड़मेर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा का कहना है कि पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और नाबालिग की दस्तयाबी के साथ आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. फिलहाल पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है. 

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पुलिस गुप्त सूचनाओं के आधार पर जगह-जगह दबिशें दे रही है और आज परिजनों के मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक ने नाबालिक की तलाश के लिए एक स्पेशल टीम का गठन कर पूरे मामले की जांच गंभीरता से शुरू कर दी है.

मामला दर्ज करवाने के 10 दिन बाद भी नाबालिग बच्ची का सुराग नहीं लगने के कारण धोरीमना थानाधिकारी की कार्यशैली पर भी कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं और परिजनों व समाज के लोगों का धोरीमन्ना थानाधिकारी के खिलाफ आक्रोश का माहौल है.

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