Trending Photos
Jodhpur: जिले के बिलाड़ा क्षेत्रीय वन अधिकारी कार्यालय बिलाड़ा मे रेस्क्यू सेंटर को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग तेज हो गई है. कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी और अधिकारियों ने रेस्क्यू सेंटर को अन्य जगह शिफ्ट करने की मांग की है. दरअसल, बिलाड़ा के पिचियाक गांव में वन विभाग के कार्यालय में रेस्क्यू सेंटर में घायल पशुओं का रेस्क्यू किया जाता है और उनकी मृत्यु होने पर उन्हें वहीं दफना दिया जाता है, वन विभाग के कर्मचारी व अधिकारीयो को दुर्गन्ध के कारण काम करने में परेशानी आ रही है.
पक्षियों की मौत से फैल रही बदबू
वन विभाग के परिसर में मृत जानवरों व पक्षियों के दफनाने से कार्यालय सहित आसपास में बदबू फैल रही है. दुर्गन्ध के कारण हर समय बीमारियों का खतरा बना रहता है, क्षेत्रीय वन विभाग के रेंजर मुंशी प्रह्लाद सिंह भाटी एवं लक्ष्मण राम चौधरी ने बताया कि जुलाई 2019 से यह रेस्क्यू सेंटर यहां चल रहा है, जिसमें वन्यजीवों को घायल होने पर यहां लाकर इलाज किया जाता है और उनकी मृत्यु होने पर यही दफना दिया जाता है. अभी तक यहां पर 320 पशुओं को दफनाया जा चुका है. पथरीली मिट्टी होने की वजह से अधिक खोदी नहीं जा सकती हैं और पशुओं को दफना कर उन पर रेत डाल दी जाती है, जिसे कुत्ते उखाड़ देते हैं और दुर्गंध फैल जाती है. इससे यहां पर बैठना भी मुश्किल हो रहा है. साथ ही आसपास के लोगों को भी इससे परेशानियां हो रही है. लोगों ने भी इस बारे में कई बार शिकायत की है.
जुड़ली मोड पर शिफ्ट करने की मांग
पूर्व सरपंच भंवर लाल पुनिया ओगड़ राम पूनिया एवं गंगाराम ढाका सहित रेस्क्यू टीम के कर्मचारी श्याम लाल माली वह पेमाराम देवासी ने इस रेस्क्यू सेंटर को जुड़ली मोड पर वन विभाग की 89 हैक्टर भूमि खाली पड़ी हुई है. इस भूमि पर रेस्क्यू सेंटर को शुरू करने की मांग की है. कर्मचारियों की मांग है कि यह जमीन रोड पर भी आयी हुई है और पशुओं को लाने में भी सुविधा रहती है. वही वर्तमान क्षेत्रीय वन कार्यालय के परिसर के अंदर मृत जीवों को दफनाने से दुर्गंध पास के उपखंड अधिकारी कार्यालय जलदाय विभाग के कार्यालय पुलिस उप अधीक्षक कार्यालय पुलिस थाना कार्यालय सहित आसपास के कार्यालय में फैल रही है, जिससे बीमारी फैलने की आशंका है.
Reporter: Arun harsh