Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर के एक निजी हॉस्पिटल में पिछले 4 घंटे से हंगामा चल रहा है. कैंसर पीड़ित को इंजेक्शन लगाने को लेकर हंगामा हो रहा है लेकिन क्या सच में कैंसर को रोकने का कोई इंजेक्शन?
Trending Photos
Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर के एक निजी हॉस्पिटल में पिछले 4 घंटे से हंगामा चल रहा है. कैंसर पीड़ित को इंजेक्शन लगाने को लेकर हंगामा हो रहा है. कहा जा रहा है कि कैंसर को ठीक करने का इंजेक्शन 3 लाख 95 हजार का है.
यह भी पढ़ेंः Ganesh Chaturthi: राजस्थान का वो गणेश मंदिर, जो भूतों के चोर ने बनाया
जानकारी के अनुसार, बीते 7 सितंबर को कैंसर पीड़िता इंजेक्शन को लगाया गया था. वहीं, इंजेक्शन का बैच नंबर मिलान करने पर मिलान नहीं हुआ, जिसके बाद यहां हंगामा हुआ. फिलहाल यहां अस्पताल के बाहर भारी पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है. ऐसे में हम आपको बताएंगे कि क्या सच में कैंसर को रोकने का कोई इंजेक्शन? इसका जवाब हां है. कैंसर के इलाज के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है.
कीमोथेरेपी इंजेक्शन
कीमोथेरेपी दवाइयों को इंजेक्शन के जरिए दिया जाता है. इंट्रा आर्टेरियल कीमोथेरेपी में, कैंसर के नजदीक धमनियों में सीधे कीमोथेरेपी का इंजेक्शन लगाया जा सकता है.
यह भी पढ़ेंः राजस्थान में भी है दुनिया का एक वेनिस, जहां पानी पर तैरता है शहर
इम्यूनोथेरेपी इंजेक्शन
इम्यूनोथेरेपी इंजेक्शन से शरीर के इम्यून सिस्टम को एक्टिव किया जाता है. इससे यह कैंसर सेल्स को पहचानता और खत्म करने में मदद करता है.
फुलवेस्ट्रेंट इंजेक्शन
फुलवेस्ट्रेंट इंजेक्शन एडवांस्ड स्तन कैंसर के इलाज के लिए उपयोग होता है. यह कैंसर कोशिकाओं पर एस्ट्रोजन की क्रिया को रोककर काम करता है.
डाराटुमुमैब
डाराटुमुमैब एक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी है, जो मायलोमा कोशिकाओं पर CD38 नामक प्रोटीन को लक्षित करके काम करता है. इससे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मायलोमा कोशिकाओं पर हमला करके उन्हें खत्म कर सकती है.
यह भी पढ़ेंःजैसलमेर की चमचम मुंह में जाते ही दिल होगा गार्डन-गार्डन
सेमिप्लिमाब इंजेक्शन
सेमिप्लिमाब इंजेक्शन त्वचा कैंसर और फेफड़ों के कैंसर का इलाज करने में मदद करता है. यह कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने और गुणा करने वाले प्रोटीन को अवरुद्ध करके काम करता है.
यह भी पढ़ेंः राजस्थान में बारिश लेकर आएगी तूफान, 31 जिलों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी
इसके अलावा कैंसर से जुड़े दर्द के लिए भी इंजेक्शन का उपयोग किया जाता है, जिसके लिए ट्रिगर पॉइंट इंजेक्शन और तंत्रिका ब्लॉक इंजेक्शन जैसे तरीके अपनाए जाते हैं.
इंजेक्शन और ड्रिप
कैंसर का इलाज कैंसर की दवाइयां, इंजेक्शन और ड्रिप के रूप में नस के माध्यम से, सेंट्रल लाइन, PICC लाइन या पोर्टाकैथ के माध्यम से ली जा सकती हैं. कभी-कभी इसे मांसपेशियों में या त्वचा के नीचे इंजेक्शन के जरिए दिए जाती है.
डिस्क्लेमर- ये लेख गूगल से प्राप्त जानकारी के मुताबिक है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है. जिसका इसका मकसद सिर्फ जानकारी देना है. स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह या जांच के लिए, किसी पेशेवर डॉक्टर से बात करें.