जोधपुर के शेरगढ़ की ग्राम पंचायत गुमान सिंह पुरा में फर्जी तरीके से मनरेगा योजना में नाम मस्टरोल में दिखाकर राशि हड़पने का मामला सामने आया है.
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Shergarh: जोधपुर के शेरगढ़ की ग्राम पंचायत गुमान सिंह पुरा में फर्जी तरीके से मनरेगा योजना में नाम मस्टरोल में दिखाकर राशि हड़पने का मामला सामने आया है. जिसकी शिकायत जिला कलेक्टर समेत ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से की गयी है. आपको बता दें कि मनरेगा में जॉबकार्ड धारी परिवार को पंचायत स्तर पर कार्य स्वीकृत कर उनमें रोजगार दिया जाता है लेकिन अब फर्जी तरीके से मस्टरोड में नाम दर्शाकर योजना के तहत राशि हड़पी जा रही है.
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जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत गुमान सिंह पुरा में किशोर सिंह पुत्र मूल सिंह ने लिखित शिकायत जिला कलेक्टर, विकास अधिकारी, उपखंड अधिकारी को सौंपकर आरोप लगाया है कि उसके परिवार का जॉब कार्ड पंचायत में जमा है और पंचायत के कार्मिकों की मिली भगत से गुमानसिंह पुरा में जारी टांका निर्माण और भूमि सुधार के काम में उसका प्रयोग किया जा रहा है जबकि मेरे परिवार का कोई सदस्य वहां काम नहीं कर रहा है.पीड़ित किशोर सिंह ने बताया कि 3 पखवाड़े जिसमें 16 जनवरी से 31 जनवरी 2022 तक, 1 फरवरी से 15 फरवरी तक और 16 फरवरी से 27 फरवरी तक मनरेगा काम में मस्टरोल में उसका और उसकी पत्नी का नाम दर्शा कर राशि ले ली गयी जबकि दोनों ने यहां काम ही नहीं किया.
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किशोर सिंह ने आरोप लगाया है कि वो शेरगढ़ में काम करता है इस कारण दिनभर शेरगढ़ में रहता है. 1 मार्च को गुमान सिंह पुरा उसके पैतृक घर में कथित तौर से पंचायत समिति में कार्यरत कनिष्ठ लिपिक और एक अन्य व्यक्ति के साथ ही एक बैंक बीसी आया और उसकी पत्नी से केवाईसी अपडेट करवाने के नाम पर अंगूठा लगवाया और खाते में से 2500 रूपये भी निकाल लिये. मामले पर पूछने पर कनिष्ठ लिपिक दबंगई पर उतर आया. जिसकी शिकायत जिला कलेक्टर को की गई है.
रिपोर्टर - अरुण हर्ष