जाहिदा खान के लेटर से मच गया बवाल, बिजली विभाग के अधिकारियों को करना पड़ा ये काम
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जाहिदा खान के लेटर से मच गया बवाल, बिजली विभाग के अधिकारियों को करना पड़ा ये काम

बिजली पर आज दिन भर मचे सियासी घमासान और ज़ी मीडिया की खबर का बड़ा असर देखने को मिला. रमजान पर निर्बाध बिजली आपूर्ति के आदेश को बिजली विभाग ने संशोधित कर दिया है. बिजली विभाग ने नया आदेश जारी किया है.

जाहिदा खान के लेटर से मच गया बवाल, बिजली विभाग के अधिकारियों को करना पड़ा ये काम

Jodhpur: बिजली पर आज दिन भर मचे सियासी घमासान और ज़ी मीडिया की खबर का बड़ा असर देखने को मिला. रमजान पर निर्बाध बिजली आपूर्ति के आदेश को बिजली विभाग ने संशोधित कर दिया है. बिजली विभाग ने नया आदेश जारी किया है, जिसमें लिखा गया है कि आगामी त्यौहारों और प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए निर्बाध बिजली आपूर्ति की जाए और फॉल्ट, ट्रिपिंग भी जल्द दुरुस्त किए जाएं, जिससे लोगों को परेशानी ना हो.

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राजस्थान में पहली बार पॉवर कंपनियों ने रमजान के महिने में मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बिजली सप्लाई नहीं काटने के निर्देश देने का मामला राजस्थान की भाजपा ईकाई के गले नहीं उतरा. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा सहित प्रदेशस्तरीय नेताओं ने बिजली कंपनियों के इन आदेशों की निंदा कर राज्य सरकार को घेरा. वहीं, ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि आदेश केवल मुस्लिम बाहुल्य इलाकों के लिए नहीं है, सभी त्यौहारों और विशेष अवसरों पर बिजली व्यवस्था बनी रहे इसके लिए है. राज्यमंत्री जाहिदा खान के पत्र के आधार पर तीनों डिस्कॉम्स को आवश्यक इंतजाम के लिए कहा था, अगर आदेश के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों के लिए है तो संसोधित करवएं जाएगें.

जयपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक अजीत कुमार सक्सेना ने कहा कि बिजली कटौती रोकने के आदेश को किसी धर्म विशेष से जोड़ना गलत है. "रमजान" में कटौती पर रोक सहित आदेश कोई सा भी निकले सभी आदेश को लोग अपने-अपने हिसाब से मूल्यांकन करते हैं. जयपुर डिस्कॉम की तरफ से निकाला गया ऑर्डर बिल्कुल क्लीयर है. इस वक्त नवरात्रा भी चल रहे हैं और रमजान महीना भी है. हर साल हम दीपावली पर भी निर्बाध आपूर्ति के आदेश निकालते हैं. इसके अलावा किसी भी धर्म,समाज, जाति, वर्ग से भी यदि रिक्वेस्ट किसी आयोजन को लेकर आती है तो वहां के लिए भी आदेश निकालते हैं. इसी सोच और प्रक्रिया के तहत मौजूदा आदेश निकाले है, जो बिल्कुल ठीक है. ये आदेश किसी विशेष धर्म के लिए नहीं, क्योंकि निर्बाध बिजली सभी को मिलेगी. जैसे अभी रमजान के लिए निकले है आदेश, वैसे ही दीपावली के लिए भी निकालते हैं. होली पर भी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की जाती है, ताकि सप्लाई बनी रहे.

गौरतलब है कि राज्य मंत्री जाहिदा खान ने ऊर्जा मंत्री को पत्र में लिखा था कि रमजान का महीना प्रारंभ हो रहा है और ग्रीष्म ऋतु का भी आगाज हो रहा है. रमजान के महीने में रोजेदारों को गर्मी के मौसम में परेशानी नहीं हो इस दृष्टि से प्रदेश के संपूर्ण मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जानी आवश्यक है. अतः इस संबंध में मेरा आपसे व्यक्तिगत अनुरोध है कि दिनांक 04.04.2022 से पूरे रमजान माह में संपूर्ण प्रदेश के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति में कोई कटौती नहीं की जाकर निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से किए जाने के संबंध में आवश्यक आदेश तीनों विद्युत वितरण कंपनियों को दिए जाने का श्रम कर मुझे अनुग्रहित करें.

जोधपुर साउथ मेयर वनीता सेठ ने कहा कि हिंदुओं के त्यौहारों पर इस तरह के आदेश क्यों नहीं निकाले जाते. उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों का ये रवैया समाज को बांटने वाला है. बीजेपी के नेता भी सरकार पर हमलावर हो गए. इसके बाद ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि अगर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों के लिए ऐसा कोई आदेश निकाला गया है तो उसे संशोधित किया जाएगा. इसके बाद बिजली विभाग के अधिकारियों ने संशोधित आदेश जारी किए.

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