Soamwar Upay : सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ को समर्पित है. कहा जाता है कि भोलेनाथ बहुत भोले हैं और भक्तों से शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं. लेकिन ये भी जान लें कि महादेव के क्रोध ने प्रलय तांडव भी लिया था. भगवान शिव को क्रोध सृष्टि का कल्याण करने के लिए आता है.
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Soamwar Upay, Monday Remedies: सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ को समर्पित है. सोमवार के दिन भगवान शंकर की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है.
कहा जाता है कि भोलेनाथ बहुत भोले हैं और भक्तों से शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं. लेकिन ये भी जान लें कि महादेव के क्रोध ने प्रलय तांडव भी लिया था. भगवान शिव को क्रोध सृष्टि का कल्याण करने के लिए आता है.
देवों के देव महादेव जी बड़े भोले स्वभाव के है, जो भी भगवान शिव की भक्ति करता है उस पर उनकी कृपा जरूर होती है. लेकिन कहते हैं शिव जी को जब गुस्सा आ जाए तो सर्वनाश हो जाता है. शिव पुराण में कुछ ऐसे पाप बताए गए हैं जिनके कारण शिव जी बहुत क्रोधित हो जाते हैं.
कहते हैं शिव जी भयानक क्रोध वाले रौद्ररूपधारी है. इन्हें एक बार गुस्सा आ जाए तो फिर उनका गुस्सा काबू में कर पाना ब्रह्मांड में किसी के भी बस में नहीं. धार्मिक मान्यता है कि जिस दिन क्रोध में आकर शिव जी की तीसरी आंख खुल गई उस दिन समस्त संसार का विनाश निश्चित है.
भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं. महाशिव रात्रि पर भोलेनाथ को मनाने के लिए लोग कई तरह के अनुष्ठान करते हैं. कहा गया है कि जिस पर भोलेनाथ की कृपा हो गई फिर उसकी विजय चारों दिशाओं में होती है और जिस व्यक्ति पर क्रोधित हो गए या नाराज हो गये फिर उसकी दुर्गति निश्चय है.
शिव पुराण की मानें तो जो व्यक्ति दूसरी के पति या पराई स्त्री पर बुरी नजर रखते हैं वह पाप के भागी होते हैं. ऐसे लोगों को शिव जी के गुस्से का सामना करना पड़ता है और उस व्यक्ति को जीवन में हमेशा कष्ट भोगना पड़ता है.
किसी को दान दी हुई वस्तु को कभी वापस नहीं लेना चाहिए. कोई दान में दी हुई वस्तु वापस लेता है तो उसको 60 हजार योनियों तक पाप का भागी बनना पड़ता हैं. ऐसे लोगों को भोलेनाथ कभी माफ नहीं करते है.
दूसरों के धन, संपत्ति को हड़पने वाले को शिव जी कभी माफ नहीं करते. बुरे काम के लिए मंदिर से चोरी करना, नादान और निरपराध को कष्ट पहुंचाना भी पाप की श्रेणी में रखा गया है.
गर्भवती महिलाओं, पूर्वजों और माता-पिता को निरादर करना, मान-सम्मान को ठेस पहुंचाना शिव पुराण में कहा गया है कि ऐसा काम करने वाले शिव के क्रोध से नहीं बच सकते.
सोमवार के दिन हमें कुछ काम करने से हमेशा बचना चाहिए. मान्यता है कि उन कामों को सोमवार के दिन करने से भोलेनाथ नाराज होते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं उन पांच चीजों के बारे में, जिन्हें सोमवार के दिन हमें गलती से भी नहीं करना चाहिए.
शास्त्रों की मानें, तो सोमवार के दिन हमें कम से कम शक्कर का प्रयोग करना चाहिए. साथ ही सोमवार को हमें उत्तर, पूर्व या आग्नेय दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए. इसे बहुत अशुभ माना गया है. इसके बावजूद भी अगर इन दिशाओं में यात्रा करनी पड़े, तो घर से निकलकर कुछ दूर विपरीत दिशा में यात्रा करें. फिर इन दिशाओं में यात्रा की शुरुआत करें.
सोमवार के दिन अपने माता-पिता से किसी भी बात को लेकर विवाद न करें. साथ ही अपने कुले देवी-देवता को जरूर याद करें. इस दिन कुलदेवता की पूजा-पाठ न करना उनका अपमान जाता है. इससे जातक को अपने जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
सोमवार के दिन शिवजी की पूजा करते समय उन्हें पीले रंग की मिठाई का भोग न लगाएं. साथ ही उन्हें काले रंग के फूल भी न चढ़ाएं. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. मान्यता है कि इससे शिवजी नाराज हो जाते हैं और जातक को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
अगर किसी जातक की कुंडली में चंद्र दोष है, तो सोमवार के दिन उसे दूध या पानी से भरा बर्तन अपने सिरहाने में रखकर सोना चाहिए. इसके बाद सुबह उठने के साथ ही उस पानी को पीपल के पेड़ में डाल देना चाहिए.
सोमवार के दिन शनि देव से संबंधित चीजों के सेवन या वस्त्र का धारण करने से बचें. इस दिन बैंगन, सरसों का साग, काला तिल, मसालेदार सब्जी और कटहल इत्यादि का सेवन ना करें. इसके अलावा काले, नीले, कत्थई व जामुनी रंग के कपड़े ना पहनें.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)