Karauli Crime News:हिंडौन नई मंडी थाना क्षेत्र में स्थित एक घर के पास जली हुई हालत में मिली मूक बधिर बालिका की जयपुर में 12 दिन तक उपचार के बाद मौत हो गई.बुधवार को आईजी राहुल प्रकाश और एसपी ब्रजेश ज्योति उपाध्याय भी हिंडोन पहुंचे और मामले की जांच की जा रही है.
Trending Photos
Karauli Crime News:हिंडौन नई मंडी थाना क्षेत्र में स्थित एक घर के पास जली हुई हालत में मिली मूक बधिर बालिका की जयपुर में 12 दिन तक उपचार के बाद मौत हो गई.मृत्यु बालिका का मंगलवार को टोडाभीम इलाके के पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया.
घटना को लेकर परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. वहीं पुलिस सूत्रों के अनुसार एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया है,जिससे पूछता जारी है. मामले को लेकर टोडाभीम और करौली में परिजनों एवं ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को ज्ञापन सौंप कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है. बुधवार को आईजी राहुल प्रकाश और एसपी ब्रजेश ज्योति उपाध्याय भी हिंडोन पहुंचे और मामले की जांच की जा रही है.
घटना करौली जिले के हिण्डौन के नई मंडी थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी की है. जहां निर्वस्त्र हालात में गंभीर झुलसी 10 वर्षीय मूक-बधिर बालिका मदद के लिए मां को पुकारते मिली थी.
टोडाभीम के एक गांव निवासी पीड़िता के पिता ने नई मंडी थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी में बताया कि वह परिवार सहित थाना इलाके की एक कॉलोनी में किराए के मकान में रह कर दूध-डेयरी का काम करता है.
9 मई को सुबह करीब 10-11 बजे उसकी 10 वर्षीय मूक बधिर बालिका की घर के पास ही खेत के पास चिल्लाने की आवाज सुनाई थी.मौके पर पहुंचने पर बालिका निर्वस्त्र हाल में कमर से नीचे गंभीर झुलसी मिली. दम्पती मूक-बधिर बेटी को लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचा. जहां चिकित्सकों ने 60 फीसदी जलने पर प्राथमिक उपचार कर जयपुर रैफर कर दिया.
उस दौरान चिकित्सकों की सूचना पर पुलिस अस्पताल पहुंची, लेकिन माता-पिता और बालिका के बयान नहीं हो सके.बाद में नई मंडी थाना पुलिस ने जयपुर पहुंचकर तीन दिन बाद 11 मई को बयान दर्ज कर बालिका के पिता की ओर से धारा 307 और 34 आईपीसी में प्राथमिकी दर्ज कर ली.
साथ ही मूक-बधिर बालिका से दुष्कर्म होने की आशंका भी जताई है. उन्होंने बताया कि जयपुर में उपचार के दौरान मूक बधिर बालिका से एक्सपर्ट के माध्यम से पूछताछ व कई लोगों के फोटो दिखाकर तथ्य संग्रहण करने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है.
यह भी पढ़ें:जनता कैसे उठाए पुलिस खिलाफ आवाज? सालों से जवाबदेही समिति को संसाधनों का इंतजार