Kota News: बहरोड़ के गांव दहमी स्थित 664 साल पुराने मनसा माता के मंदिर पर 8 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र में मेला कार्यक्रम शुरू हो जाएगा, जिसको लेकर मंदिर के पुजारियों और नवयुवक मंडल दहमी की टीम के द्वारा तैयारियां की जा रही हैं.
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Kota News: बहरोड़ के गांव दहमी स्थित 664 साल पुराने मनसा माता के मंदिर पर 8 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र में मेला कार्यक्रम शुरू हो जाएगा, जिसको लेकर मंदिर के पुजारियों और नवयुवक मंडल दहमी की टीम के द्वारा तैयारियां की जा रही हैं.
मंदिर पुजारी पं. भोनेश मिश्रा ने बताया कि मंदिर के अंदर सफाई और रंग-पुताई का काम किया जा रहा है. मंदिर के अंदर रखे अनुपयोगी सामान को कमरों में बंद कर रहे हैं और उपयोगी सामान को साफ किया जा रहा हैं. अब नवरात्र शुरू हो चुके हैं. माता के दरबार में भक्तों का आना शुरू हो गया है. मंदिर के बाहर बैरिकेड, मंदिर परिसर के बाहर बने हुए टीन शेड में पंखे, एलईडी बल्ब और हैलोजन लाइट भी लगाई जाएगी.
रंग-बिरंगी रोशनी से मंदिर को सजाया जाएगा. मंदिर परिसर के अंदर लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी. कानून और सुरक्षा बनाए रखने को लेकर पुलिस का जाब्ता ओर आरएसी के जवान तैनात रहेंगे. इसके लिए बहरोड़ थानाधिकारी महेश तिवाड़ी को मंदिर के पुजारियों ओर मेला कमेटी पत्र लिखकर जाब्ता मांगेगा, जिसमें महिला कांस्टेबल, सिविल वर्दी में जवान और जगह-जगह पुलिस तैनात करने की मांग की जाएगी.
यहां एक वर्ष में 2 बार नवरात्रों में मेला भरता है, जिसमें एक ग्रीष्मकालीन और दूसरा शारदीय नवरात्र में षष्टमी, सप्तमी और अष्टमी को मेला भरता है और नवमी को हवन-पूजन के साथ समाप्त हो जाता है. अबकी बार तिथियों की गड़बड़ी के कारण मेला चार दिन चलेगा. यहां मेले में करीब 40 से 50 हजार की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. बता दें, मंदिर के मुख्य गेट और मंदिर के पीछे पीपल के पेड़ पर आस्था का मंगल सूत्र बांधा जाता है.
मंदिर पुजारी पं. परमानंद महाराज, गिरीराज भारद्वाज, अशोक शर्मा, शक्ति प्रकाश, देवेन्द्र मिश्रा, सोनू मिश्रा ने बताया कि अबकी बार माता का मेला चार दिन अहम रहेगा. उन्होंने बताया कि अबकी बार दो दिन तीज रहेगी. जिसके कारण मेले का समय एक दिन बढ़ाया गया है. नवजात शिशुओं का मुंडनचार दिन के मेले में हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, कोलकाता सहित विभिन्न राज्यों और प्रांतों से बड़ी संख्या में माता के भक्त यहां पहुंचेंगे.
यहां भक्तों के द्वारा जगह-जगह भंडारा लगाया जाएगा. तीन दिवसीय मेले में नव विवाहित जोड़े खुशहाल दांपत्य जीवन व्यतीत करने के लिए अपने गठजोड़े की जात लगाएंगे. नवजात शिशुओं का मुंडन कराया जाएगा. श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा मिलेगी. नेशनल हाईवे 48 पर दहमी गेट के सामने फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पूरा किया चुका है. दिल्ली-जयपुर जाने वाला ट्रैफिक फ्लाईओवर के ऊपर से निकल रहा है. ऐसे में माता के मंदिर पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी.