दूल्हे की कार जैसे ही छोटी पुलिया के बीच पहुंची तभी असंतुलित होकर चंबल में गिर गई. जिस जगह ये हादसा हुआ वहां नदी लगभग 20 फीट के आसपास गहरी है. साथ ही अंधेरा होने के कारण किसी को हादसे का पता नहीं चला.
Trending Photos
Kota: कोटा में हुए हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संवेदना प्रकट की है. पीएम मोदी ने इसको लेकर ट्वीट किया है.
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, राजस्थान के कोटा में हुआ हादसा अत्यंत पीड़ादायक है. इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं. ईश्वर उन्हें इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे. कोटा में एक दुखद दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को पीएमएनआरएफ की ओर से 2-2 लाख रुपये दिए जाएंगे. घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.
Rs. 2 lakh each from PMNRF would be given to the next of kin of those who lost their lives in a tragic accident in Kota. The injured would be given Rs. 50,000: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 21, 2022
बता दें कि कोटा के चौथ के बरवाड़ा निवासी एक परिवार में शादी की धूम थी लेकिन कुछ ही पल में सारी खुशियां उस समय काफूर हो गईं जब दूल्हे और उसके भाई को लेकर जा रही कार कोटा मे चंबल नदी में गिर गई. जिसमें दूल्हे और उसके भाई सहित 9 बारातियों की दर्दनाक मौत हो गई. मृतकों में दूल्हे अविनाश वाल्मीकि ,उसका भाई केशव वाल्मीकि एवम ड्राइवर इस्लाम चौथ का बरवाड़ा निवासी हैं जबकि अन्य 6 लोग जयपुर निवासी थे.
ये भी पढ़ें- गहलोत सरकार का बजट होगा ऐतिहासिक- मंत्री शांति धारीवाल
चौथ के बरवाड़ा निवासी परिवार देर रात बस और एक कार से रवाना हुए थे, कार में दूल्हा अविनाश, उसका भाई केशव और ड्राइवर सहित कुल 9 लोग सवार थे, जिन्होंने केशोरायपाटन में सुबह 5 बजे चाय पी. आगे-आगे बस चल रही थी और पीछे दूल्हे की कार थी. जैसे ही बारात ने कोटा में प्रवेश किया तो बस ऊपर वाली चंलब पुलिया पर से आगे चली गई और कार छोटी पुलिया से होकर नीचे निकल गई.
दूल्हे की कार जैसे ही छोटी पुलिया के बीच पहुंची तभी असंतुलित होकर चंबल में गिर गई. जिस जगह ये हादसा हुआ वहां नदी लगभग 20 फीट के आसपास गहरी है. साथ ही अंधेरा होने के कारण किसी को हादसे का पता नहीं चला और कार नदी में समा गई. कार के कांच और गेट बंद होने के कारण किसी को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला और सभी की जल समाधी बन गई.