खेत पर तालाब बनाने में मिलेगी सब्सिडी, ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन
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खेत पर तालाब बनाने में मिलेगी सब्सिडी, ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन

जीवन में पानी का महत्व बेहद जरूरी है, पानी है तो सब कुछ है. पिछले एक दशक में मानसून की अनियमितता के कारण पानी की कमी विकराल समस्या बन गई है. इससे कई किसान खेती-किसानी से तोबा करने लगे हैं.

खेत पर तालाब बनाने में मिलेगी सब्सिडी, ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन

Sangod: जीवन में पानी का महत्व बेहद जरूरी है, पानी है तो सब कुछ है. पिछले एक दशक में मानसून की अनियमितता के कारण पानी की कमी विकराल समस्या बन गई है. इससे कई किसान खेती-किसानी से तोबा करने लगे हैं. 

किसानों की समस्या को देखते हुए सरकार अब अनुदान देकर खेतों में खेत तलाई बनाने के लिए प्रेरित कर रही है. किसान खेतों में खेत तलाई बनवाने में रूचि भी दिखा रहे है. जिन किसानों को स्वीकृति मिल गई उन्होंने खेत तलाई का काम शुरू करवा दिया है. 

सांगोद ब्लॉक में इस साल भी विभाग को प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक खेत तलाई का लक्ष्य मिला है. जिसके लिए अधिकारी किसानों से संपर्क कर उन्हें खेत तलाई के फायदों की जानकारी देते हुए योजना का लाभ उठाने को लेकर प्रेरित कर रहे है. अधिकारिक सूत्रों की माने तो सांगोद ब्लॉक में गत वर्ष 12 किसानों ने अपने खेत में खेत तालाब का निर्माण करवाया. इस साल भी अभी तक 8 किसानों ने आवेदन किए और सभी किसानों को स्वीकृति भी जारी हो चुकी है. स्वीकृति मिलने के बाद किसानों ने मानसून की आहट के साथ ही खेतों में खेत तलाई का निर्माण शुरू करवा दिया है ताकि बारिश में खेत तलाई में बारिश का पानी संग्रहित हो सके.

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तालाब बनाने पर मिलेगी सब्सिडी
विभागीय सूत्रों की माने तो खेत तलाई योजना में किसानों के जुड़ाव के लिए योजना के तहत किसानों को राज्य सरकार की ओर से बारह सौ मीटर वाला कच्चा खेत तालाब व प्लास्टिक लाईनिंग खेत तालाब बनाने पर लघु व सीमांत कृषकों को लागत का सत्तर प्रतिशत यानि 73500 रुपए से 1 लाख 5 हजार रुपए तक की सब्सिडी देती है. वहीं अन्य किसानों को लागत का 60 प्रतिशत 63 हजार या 90 हजार रुपए अनुदान दिया जाता है.

जरूरत पर मिले पानी
क्षेत्र में ज्यादातर गांवों में सिंचाई तंत्र भूजल स्तर पर निर्भर है. लेकिन जितना भूजल का दोहन हो रहा है उतना भूजल रिचार्ज नहीं हो रहा. ऐसे में खेतों में लगे ज्यादातर नलकूपों का पानी भी गर्मी आते-आते गहरा जाता है. मजबूरन किसानों को बारिश की राह देखनी पड़ती है. खेतों में तालाब बनाकर इस समस्या को दूर किया जा सकता है. किसान खुद अपने खेत में बारिश के पानी को संग्रहित कर उसका उपयोग खेती में कर सकता है. खेतों में खेत तलाई किसानों के लिए अच्छी व कारगर योजना है. लक्ष्यों की पूर्ति के लिए किसानों से संपर्क किया जा सकता है. किसान अपने खेतों में खेत तालाब बनवाने के लिए आवेदन कर सकता है.

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