इलाज का इंतजार खत्मः कोटा DM ने अस्पताल के लिए 3 हेक्टर भूमि की आवंटित, जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1148590

इलाज का इंतजार खत्मः कोटा DM ने अस्पताल के लिए 3 हेक्टर भूमि की आवंटित, जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य

इटावा सामुदायिक केंद्र के विस्तार व ट्रॉमा सेंटर के लिये कोटा जिला कलेक्टर ने अस्पताल को गेता रोड़ पर 3. 30 हेक्टर भूमि का आवंटन कर दिया है. इसके साथ ही इटावा में उपजिला अस्पताल की राह खुल गयी है.

अस्पताल के लिये भूमि हुई आवंटित, उपजिला अस्पताल की खुली राह.

 पीपल्दा: इटावा सामुदायिक केंद्र के विस्तार व ट्रॉमा सेंटर के लिये कोटा जिला कलेक्टर ने अस्पताल को गेता रोड़ पर 3. 30 हेक्टर भूमि का आवंटन कर दिया है. इसके साथ ही इटावा में उपजिला अस्पताल की राह खुल गयी है. पीपल्दा विधायक रामनारायण मीना ने क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्था में सुधार को लेकर विधायक प्रयासरत रहे. अब भूमि आंवटन होने के साथ ही जल्द ही निर्माण शुरू होगा. जिससे इस क्षेत्र के मरीजों को चिकित्सा क्षेत्र में सुविधाएं मिलेंगी. इटावा सामुदायिक केंद्र चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर जयकिशन मीना ने बताया कि इटावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के विस्तार व ट्रॉमा सेंटर के लिये जिला कलेक्टर द्वारा 3. 30 हेक्टर भूमि आंवटित कर दी है.

 यह भी पढ़ें- बुजुर्ग महिला के मुंह में टेप चिपकाकर सोने की चूड़ियां लूटी, हाथों में किया चाकू से वार

इस भूमि के आंवटित होने से लोगों को अस्पताल का विस्तार होने पर सुविधाएं बढ़ेगी. इसमें विधायक ने काफी प्रयास किया. कोटा जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा भवन निर्माण के लिये बजट को लेकर निर्देशक चिकित्सा विभाग को अवगत करा दिया है. अब जल्द ही बजट स्वीकृत होने के साथ ही निर्माण शुरू हो जाएगा. ज्ञात रहे इटावा अस्पताल को भूमि आंवटन में सीएडी की अनापत्ति समय पर नहीं मिलने पर इटावा में जिला कलेक्टर हरिमोहन मीना ने सरकारी योजनाओं की समीक्षा बैठक में आंवटन प्रकिया को अटकाने पर काफी नाराजगी जताई थी. उसके बाद इस प्रकिया में तेजी आई और भूमि का आंवटन हो गया. इसके साथ ही अब नवीन भवन निर्माण की राह खुल गयी है.

 वहीं, इटावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का विस्तार होने व ट्रॉमा सेंटर खुलने के बाद क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्थाओं में सुधार होगा. उपखंड क्षेत्र का इटावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इस क्षेत्र का सबसे बड़ा चिकित्सालय होने के साथ कोटा जिला मुख्यालय से करीब 80 किमी. दूर है. इस अस्पताल से करीब 100 से अधिक गांव जुड़े हुए हैं, लेकिन चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में मरीजों को कोटा जाना पड़ता है. इटावा में अब उप जिला अस्पताल व ट्रॉमा सेंटर खुलने के बाद चिकित्सा सुविधाओं में विस्तार होगा और लोगों को चिकित्सा सुविधा मिलेगी जिससे आमजन को राहत मिलेगी.

Report- Himanshu Mittal

Trending news