Jaipur News:लोकसभा चुनावों से पहले राजस्थान में आयकर विभाग के छापे की कार्रवाइयां एकबार फिर सुर्खियों में हैं.देश में पहली बार रसूखदार लोगों के ठिकानों पर आयकर छापों को लेकर आयकर विभाग का ऑपरेशन मूनलाइट जारी किया है.
Trending Photos
Jaipur News:लोकसभा चुनावों से पहले राजस्थान में आयकर विभाग के छापे की कार्रवाइयां एकबार फिर सुर्खियों में हैं.देश में पहली बार रसूखदार लोगों के ठिकानों पर आयकर छापों को लेकर आयकर विभाग का ऑपरेशन मूनलाइट जारी किया है.आयकर विभाग के ऑपरेशन मूनलाइट में देशभर में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन ऑपरेशनों में पकड़ी गई टेक्स चोरी के मामले में टेक्स चोरों के साथ साथ प्रदेश के कॉर्पोरेट घराने, राजनैतिक हस्तियों सहित कई हस्तियां उजागर हो सकते हैं.
पहली बार आयकर छापों पर बनी फिल्म पर्दे पर रिलीज
फिल्मी पर्दे पर आयकर छापों पर बनी फिल्म रेड के बाद राजस्थान सहित देशभर में पहली बार आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग की कार्रवाई को बड़े पर्दे पर पेश किया है. ये पहली फिल्म है जिसके लेखक, निर्माता और इसमें रोल प्ले करने वाले अभिनेता भी आयकर विभाग के ही वर्तमान अधिकारी हैं.
ऑपरेशन मूनलाइट की खास बात ये है की इसमें राजस्थान आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग के साथ-साथ वरिष्ठ आईआरएस अधिकारियों की भूमिका को पर्दे पर रखा गया है.इस फिल्म के लेखक और निर्माता निदेशक भी आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग के प्रधान निदेशक सुधांशु शेखऱ झा हैं. प्रधान आयकर निदेशक सुधांश शेखर झा,फिल्म निर्माता प्रकाश झा के नजदीकी रिश्तेदार होने के साथ साथ पत्रकार भी रहे हैं और आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग में छापों के कार्रवाई में केन्द्रीय वित्त मंत्रालय से प्रशंसा पत्र हांसिल करने के फिल्म निर्माण में भी राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके हैं.
आयकर छापों की कार्रवाई पर केन्द्रित ऑपरेशन मून को पॉवर वर्सेस ट्रुथ थीम पर पेश किया गया है.इस फिल्म में आयकर चोरी कर कालाधन जमा करने वालों के कारनामों का भी खुलासा किया गया है.
कार्रवाई के दौरान आयकर अधिकारियों को चुनौतिया
एक घंटे की ऑपरेशन मूनलाइट मूवी में आयकर विभाग के अधिकारियों को किन चुनौतियों का सामना करना पडता है.कालाधन जमा कर समाज और रसूखदार बने प्रभावशाली लोग जांच एजेन्सियों के कार्य को प्रभावित करने से पीछे नहीं रहते. राजस्थान में आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग के अधिकारियों को भी ऐसी दर्जनों चुनौतियां छापे की कार्रवाई के दौरान मिली.
उदयपुर में आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को शराब माफिया पर छापे की कार्रवाई के दौरान बंदी बना लिया गया.वहीं टोंक में बीडी कारोबारी द्वारा छापे की कार्रवाई करने गए अधिकारियों को दो टूक धमकी दी गई की आयकर विभाग के अधिकारी जिंदा आ तो गए हो लेकिन कोई भी यहां से जिंदा वापिस नहीं जाएगा,लेकिन आयकर विभाग के अधिकारियों की छापों के दौरान सच्चाई और निर्भिकता के कारण इन रसूखदारों के सभी प्रयास विफल साबित हुए.
कई रसूखदार टेक्स चोरों ने अपने प्रभाव से सिस्टम में दखल देकर छापों की कार्रवाई को रोकने की कोशिश की लेकिन जीत आखिर कर सच्चाई की हुई.यहीं नहीं हजारों करोड़ रुपए का कारोबार करने वाले कॉर्पोरेट ग्रुप संचालकों ने अपने दो नंबर के कारोबार का हिसाब-किताब सॉफ्टवेयर के जरिए विदेशों में जमा कर दिया,लेकिन देश में पहली बार राजस्थान के आईआईटी सॉफ्टवेयर टॉपर एवं स्पेशलिस्ट की टीम में आईआरएस अधिकारी संग्राम सिंह, आईआरएस अशोक सिंह चारण, आईआरएस यशोधर पारीक ने सात समुंदर पार लॉक किए गए.सॉफ्टवेयर के कोड़ को राजस्थान में बैठकर ही डिकोड कर दिया.जिससे देश को करोड़ों रुपए के राजस्व की प्राप्ति हुई है.
ऑपरेशन मूनलाइन में पॉवर वर्सेस ट्रुथ में देशभर के अधिकारियों को सच्चाई और ईमानदारी के साथ साथ अपनी मेहनत और लग्न से प्रेरणा देने की कोशिश की है.वहीं कठिन परिस्थितियों में भी अपने हौंसले बुलंद कर सच्चाई और मजबूती से टेक्स चोरी के खिलाफ चलाई जा रही जंग को लड़ने के लिए प्रेरित किया है. फिल्म में राजस्थान आयकर विभाग की प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त ईरीना गर्ग को मुख्य रोल में है.
जबकि आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग के साथ साथ आयकर आयुक्त टीडीएस शैलेन्द्र शर्मा की टेक्स चोरी रोकने की बारिकियों को भी खूबसूरती से पर्दे पर पेश किया जा रहा है.ऑपरेशन मूनलाइट में आयकर छापों में कार्रवाई करने वाले अधिकारियों को रियल हीरोज के रूप में पेश किया गया है. जिससे आयकर अधिकारियों के हौंसले बुलंदी पर हैं.
प्रदेश में टैक्स चोरी का खुलासा
पिछले तीन सालों में देशभर में सर्वाधिक छापे की कार्रवाई करने वाले राजस्थान आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग का ऑपरेशन मूनलाइट रिलीज किया गया.आयकर विभाग का ऑपरेशन मूनलाइट चुनावी सीजन में एक बार फिर प्रदेश के टेक्स चोरों में खलबली मचा सकता है. दरअसल में आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग ने राजस्थान में आयकर विभाग के छापों में की गई विशेष इन्वेस्टिगेशन पर एक फिल्म बनाई है.
ऑपरेशन मूनलाइट को आयकर विभाग ने प्रदेश में टेक्स चोरों द्वारा की गई टेक्स चोरी को उजागर करने के साथ साथ टेक्स चोरी के अत्याधुनिक तरीकों के खुलासे पर फोकस किया गया है.राजस्थान में आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग ने ताबड़तोड़ छापे की कार्रवाई कर टेक्स चोरी के नए नए तरीकों का खुलासा किया है. श्रीसीमेंट ग्रुप पर आयकर कार्रवाई में देश की सबसे बड़ी कर चोरी का खुलासा आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग ने किया.
आयकर रिटर्न में गलत जानकारियों देकर टेक्स चोरी के लिए श्रीसीमेंट ग्रुप द्वारा एक दशक से किए जा रहे कारनामों का आयकर विभाग ने भंडाफोड़ किया है.इसके अलावा बीकानेर में क्रिकेट सट्टा कारोबारियों के अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क में अत्याधुनिक तकनीकी का उपयोग कर बड़ी टेक्स चोरी पकड़ी है.
आयकर विभाग ने झीलों की नगरी उदयपुर में वीवीआईपी शादी समारोह करने वाले अंतर्राष्ट्रीय रॉयल वैडिंग डेस्टिनेशन करने वाले ग्रुप संचालकों द्वारा टेक्स चोरी के सभी तरीकों को उजागर किया.आयकर विभाग द्वारा पिछले तीन साल में राजनेताओं द्वारा भ्रष्टाचार से अर्जित की गई काली संपत्ति के साथ साथ कॉर्पोरेट घरानों के गोरखधंधों को भी उजागर किया है.
सबसे बड़ी छापे की कार्रवाई में राजस्थान में तेजी से बढ रहे कोचिंग सेन्टर्स द्वारा शिक्षा के नाम पर अर्जित की जा रही ब्लैकमनी को पकड़ने के लिए आयकर विभाग के प्रयासों देशभर में सराहनीय रहे हैं. आयकर विभाग द्वारा राजस्थान में की गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन की कार्रवाई को ऑपरेशन मूनलाइट के जरिए पहली बार पर्दे पर उतारा गया है.
देशभर में पुलिस महकमे सहित अलग अलग विभागों में की गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन ऑपरेशन पर कई फिल्में बन चुकी हैं,लेकिन आयकर विभाग की छापे की कार्रवाई को लेकर रेड फिल्म के बाद ऑपरेशन मूनलाइट बनाई गई है. ये फिल्म कमर्शियल नहीं है बल्कि देशभर में आयकर विभाग के अधिकारियों को प्रेरित करने के लिए बेहतर प्रयास के लिए है.
ऑपरेशन मूनलाइट में पावर वर्सेस ट्रुथ के जरिए टेक्स चोरी करने वाले रसूखदार लोगों को भी अपने प्रभाव का गलत प्रयास करने पर सच्चाई की जीत का संदेश दिया गया है.आयकर छापों की कार्रवाई पर बनी फिल्म ऑपरेशन मूनलाइट राजस्थान के सभी आयकर अधिकारियों को 28 मार्च को राजमंदिर सिनेमा घर में रिलीज की गई.