जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी ने कहा कि मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. सैनी ने कहा, हालांकि वह इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते, लेकिन ऐसा लग रहा है कि देश में जातिवादी सोच को आगे बढ़ाने की कोशिश की जा रही है और वह इसका विरोध करते हैं.
सैनी ने कहा कि देश को जातियों और अलग-अलग तबकों में बांटा जाना पूरी तरह गलत है. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस तरह की सोच नहीं रखनी चाहिए. उन्होंने सवाल करते हुए कहा, देश में केवल जातियों में बांटने जैसे छोटे मुद्दे ही रह गए क्या? सबको जातियों में ही बांट दिया तो फिर देश रहेगा कि नहीं.
आपको बता दें, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बयान में कहा था कि गुजरात चुनाव के कारण रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाया गया. उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव और राष्ट्रपति चुनाव के संदर्भ में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था, ''क्योंकि गुजरात के चुनाव आ रहे थे, वो घबरा चुके थे कि हमारी सरकार गुजरात में नहीं बनने जा रही... मेरा ऐसा मानना है कि रामनाथ कोविंद जी को बनाया (राष्ट्रपति), जातीय समीकरण बैठाने के लिए और आडवाणी साहब छूट गए.''