Rajasthan Chief Minister: राजस्थान में विधानसभा चुनाव का घमासान दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है. इसी बीच मुख्यमंत्री पद के दावेदार भी बढ़ते जा रहे हैं. हालांकि राजस्थान की सियासत में अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे जैसे ऐसे नाम भी है जो पिछले ढाई दशकों से राजस्थान की कमान संभाले हुए हैं.
राजस्थान की सियासत में सबसे लंबे वक्त तक मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड मोहनलाल सुखाड़िया के बाद अशोक गहलोत का ही है. इस कार्यकाल की समाप्ति के साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत के नाम कुल 15 साल मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड बन जाएगा. जबकि मोहनलाल सुखाड़िया के नाम 17 साल मुख्यमंत्री बने रहने का रिकार्ड है. 2023 के विधानसभा चुनाव में अगर कांग्रेस की जीत होती है तो वो एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने के प्रबल दावेदार होंगे.
राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बनी. साल 2003 में वसुंधरा राजे राजस्थान के मुख्यमंत्री चुनी गई. इसके बाद में साल 2013 से 2018 तक भी राजे मुख्यमंत्री रही. 2023 के विधानसभा चुनाव में अगर भाजपा सत्ता में आती है तो वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री बनने की सबसे प्रबल दावेदार होंगी.
सचिन पायलट राजस्थान के पांचवें उपमुख्यमंत्री रहे हैं. पायलट ने 2013 में कांग्रेस की हार के बाद राजस्थान कांग्रेस की कमान संभाली थी. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद सचिन पायलट भी मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदारों में से एक थे. हालांकि उन्हें उपमुख्यमंत्री बनकर ही संतोष करना पड़ा था. 2023 के विधानसभा चुनाव में अगर कांग्रेस की जीत होती है तो सचिन पायलट एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने के प्रबल दावेदारों में से एक होंगे.
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल लंबे वक्त से मांग उठाते आए हैं कि राजस्थान का मुख्यमंत्री किसान पुत्र होना चाहिए. बेनीवाल की पार्टी मौजूदा वक्त में तीसरे मोर्चे के रूप में प्रदेश में पहचान बनाने में जुटी हुई है. अगर बेनीवाल का दांव सफल होता है तो हनुमान बेनीवाल किंग मेकर की भूमिका में दिखाई पड़ सकते हैं. हालांकि अप्रत्यक्ष तौर पर बेनीवाल खुद को कई बार मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता चुके हैं.
राजस्थान भाजपा में इन दिनों कई खेमे बटे हुए हैं. लिहाजा ऐसे में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की एक लंबी फेहरिस्त है. जिसमें गजेंद्र सिंह शेखावत, सतीश पूनिया, अर्जुन राम मेघवाल, ओम बिरला और राजेंद्र राठौड़ समेत कई नेता मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे हैं. अगर इस विधानसभा चुनाव में भाजपा बड़े अंतर से जीत दर्ज करती है तो इनमें से कोई चेहरा राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री हो सकता है.