भाकर-गावड़िया-दिव्या मदेरणा समेत अजमेर-जोधपुर संभाग के विधायकों से पूछे ये सवाल, गहलोत-डोटासरा को दिया जवाब
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भाकर-गावड़िया-दिव्या मदेरणा समेत अजमेर-जोधपुर संभाग के विधायकों से पूछे ये सवाल, गहलोत-डोटासरा को दिया जवाब

Rajasthan Congress : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने विधायकों को बुला कर उनसे संवाद किया और सरकार के कामकाज और योजनों को लेकर फीडबैक लिया. साथ ही विधायकों से कमजोर कड़ी के बारे में भी जानकारी ली. 

भाकर-गावड़िया-दिव्या मदेरणा समेत अजमेर-जोधपुर संभाग के विधायकों से पूछे ये सवाल, गहलोत-डोटासरा को दिया जवाब

Rajasthan Congress : चुनावी साल में राजस्थान में सियासी एक्सरसाइज शुरू हो गई है. कांग्रेस ने विधायकों को वन टू वन बुलाकर फीडबैक लेना शुरू कर दिया है. शुरुआत जोधपुर और अजमेर संभाग से की गई है. जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने विधायकों को बुला कर उनसे संवाद किया और सरकार के कामकाज और योजनों को लेकर फीडबैक लिया. साथ ही विधायकों से कमजोर कड़ी के बारे में भी जानकारी ली. 

विधायक दिव्या मदेरणा ने फीडबैक पर संतोष जताया और कांग्रेस पार्टी की हालत अच्छी बताई. साथ ही अपनी सुरक्षा को लेकर दिव्या ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी बात रखी. मुख्यमंत्री ने डीजीपी को निर्देश दिए हैं, लेकिन अभी तक  कोई सुरक्षा नहीं मिली है. दिव्या का कहना है कि सुरक्षा के मामले में छह थानों की रिपोर्ट एडवर्स आई है. लेकिन फिर भी सुरक्षा नहीं मिली.

बता दें कि विधायकों से 13 सवालों का एक परफॉर्मा भी भरवाया गया. जिसमें एंटी इनकंबेंसी, जातिगत और धार्मिक समीकरण, सरकार की योजनाओं, व्यक्तिगत नाराजगी, महंगाई राहत कैंप को लेकर विधायक की योजना से जुड़े सवाल पूछे गए.

ऐसे सवाल पूछे

पहला सवाल - क्षेत्र में जातिगत और धार्मिक समीकरण क्या हैं?
दूसरा - अपने खिलाफ एंटी इनकंबेंसी रोकने के लिए क्या कोई प्लान है?
तीसरा - सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी की क्या स्थिति है? 
इसे कम करने के कोई सुझाव।
आपके मुताबिक चुनाव में जनता का मानस क्या है?

वहीं कांग्रेस की फीडबैक बैठक में सोशल मीडिया पर भी चर्चा हुई. विधायकों से सोशल मीडिया एंगेजमेंट बढ़ाने को कहा जा रहा है. फॉलोअर्स की संख्या बढ़ाने पर भी ध्यान रखने के लिए कहा गया है. साथ ही सोशल मीडिया पोस्ट की संख्या भी विधायक बढ़ाएं. विधायकों के सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी भी पूछी गई. साथ ही यह भी सवाल किया गया कि खुद चलाते हैं या किसी अन्य को एडमिन बना रखा है? अगर किसी अन्य को एडमिन बना रखा है, तो उसके नाम और नंबर की जानकारी भी मांगी है. हेमाराम चौधरी, अमीन खान, सुखराम विश्नोई,  महेंद्र चौधरी, मंजू मेघवाल, गायत्री देवी त्रिवेदी, चेतन डूडी, प्रशांत बैरवा,  विजयपाल मिर्धा समेत कई विधायकों ने फीडबैक दिया.

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