राजेंद्र राठौड़ ने कन्हैयालाल हत्याकांड, रोजगार और स्मार्ट फोन के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा, बोली ये बड़ी बात
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राजेंद्र राठौड़ ने कन्हैयालाल हत्याकांड, रोजगार और स्मार्ट फोन के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा, बोली ये बड़ी बात

Jaipur news: जैसे-जैसे राजस्थान चुनाव नजदीक आ रहे हैं, बीजेपी के कांग्रेस सरकार पर हमले बढ़ते जा रहे हैं. भाजपा ने शुक्रवार को कांग्रेस को कई मुद्दों पर घेरा, इसमें उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड (Kanhaiyalal murder case) के हत्यारों को पकड़वाने वाले युवकों की सुरक्षा-रोजगार, महिलाओं को दिए जाने वाले स्मार्ट फोन और कानून व्यवस्था शामिल रही.

 

राजेंद्र राठौड़ ने कन्हैयालाल हत्याकांड, रोजगार और स्मार्ट फोन के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा, बोली ये बड़ी बात

Jaipur: बीजेपी की ओर से राज्य की कांग्रेस सरकार पर लगातार हमले जारी हैं. बीजेपी ने शुक्रवार को उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड के आतंकियों को पकड़वाने वाले युवकों की सुरक्षा-रोजगार के साथ ही महिलाओं को दिए जाने वाले स्मार्ट फोन, कानून व्यवस्था तुष्टीकरण सहित अन्य मुद्दों पर सवालिया निशान खड़े किए. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आतंकियों के परिवारों को सुरक्षा दे दी, लेकिन उन्हें पकड़वाने वाले जाबांज खौफ के साए में जी रहे हैं. मुख्यमंत्री अपने प्रचार के लिए स्मार्ट फोन देने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी इस मामले में कानून का दरवाजा खटखटाएगी.

बीजेपी प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की प्रेसवार्ता हुई. इसमें राजसमंद सांसद दीया कुमारी के साथ उदयपुर हत्याकांड के बाद आतंकियों को पकड़वाने वाले युवक शक्ति सिंह और प्रहलाद सिंह भी मौजूद थे. राठौड़ ने कहा कि कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद आतंकियों पकड़ने में शक्ति सिंह और प्रहलाद सिंह ने प्रमुख भूमिका निभाइ. दोनों ने 25 किलोमीटर पीछा कर आतंकियों की लोकेशन पुलिस को भेजी, जिसके बाद दोनों पकड़े गए. राठौड़ ने कहा कि दोनों सूरत में नौकरी करते हैं आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद मालिक ने यह कहते हुए काम से हटा दिया कि आपके नाम अखबार में छप गए हैं, सुरक्षा के लिहाज से आपको नौकरी पर नहीं सकता हूं. 

15 अगस्त को दोनों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया- राठौड़ 

घटना के बाद तत्कालीन जिला कलेक्टर ने 15 अगस्त को दोनों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, जिला एसपी ने भी इनको हथियार ने अभिशंषा की. घटना के 4 दिन बाद भीम विधायक के साथ आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के साथ दोनों युवक मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे. मुख्यमंत्री ने इन दोनों की पीठ ठोंकी और आश्वासन दिया कि नौकरी भी देंगे सुरक्षा भी देंगे. सुरक्षा के लिए हथियार लाइसेंस देने की व्यवस्था भी करेंगे. इस बात को लम्बा समय बीता तो दोनों ने प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना से सम्पर्क कर सुरक्षा मांगी, तब मंत्री ने कहा कि जब कभी घटना हो जाएगी उसके बाद आपके सुरक्षा की बात करेंगे.

आतंकियों के परिवारों दी सुरक्षा - राठौड़

राठौड़ ने आरोप लगाया कि गिरफ्तार हुए आतंकवादी भी आसींद के रहने वाले थे. पुलिस ने उनके घरों की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए. वहीं दूसरी ओर आतंकियों के पकड़वाने वाले शक्ति और प्रहलाद सिंह को आशंका बनी रहती है, लेकिन इन्हें कोई सुरक्षा नहीं दी गई. दूसरी ओर पुलिस ने दोनों के बिना पूछे बाहर निकलने पर भी पाबंदी लगा दी है. जब पुलिस ने इसको सुरक्षा नहीं दी तो ये सांसद दीया कुमारी के पास आए.

तुष्टीकरण में वोटों की फसल काट रही सरकार -राजेंद्र राठौड़

नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आरोप लगाया कि प्रदेश में सरकार का साम्प्रदायिक घटनाओं में तुष्टीकरण के नाम पर वोटों की फसल काटने का सिलसिला थम नहीं रहा है. करणी सेना की भगवा रैली में कुछ नौजवानों ने आपत्तिजनक नारे लगाए सरकार ने एतराज जताते हुए पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की. वहीं सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त चतराराम ने भगवान राम पर उचित टिप्पणियां की, उनके खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज हैं, एक fir विधायक अर्जुनराम जीनगर ने दर्ज कराई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. लचर पैरवी से जयपुर बम बलास्ट आरोपी बरी हुए, बीजेपी के एसएलपी दायर करने के बाद सरकार को होश आया. कोर्ट ने पुलिस अभियोजन अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए कहा, कुछ नहीं हुआ. राजस्थान साम्प्रदायिकता की आग में झुलस रहा है.

मंत्री ही सरकार को खड़ा कर रहे कठघरे में - राठौड़

राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में महंगाई राहत शिविर चल रहे हैं. इनमें सरकार एक करोड़ एनएफएसए परिवारों को अन्नपूर्णा फूड पैकेट बांटने जा रही है. सरकार ने बजट घोषणा में 3 करोड़ का प्रावधान रखा , जिसे अब इसे बढ़ाकर 7000 करोड कर दिया. राजस्थान की विधानसभा ने इसका बजट हैड खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के हेड में स्वीकृत हुआ. सरकार ने इस बजट को ट्रांसफर करके सहकारी विभाग में उस कॉनफैड को दे दिया जिसमें खिलाफ विधानसभा में मैंने खुद ने मामला उठाया था. मिड डे मील में 200 करोड़ की टेंडर की आड़ में 1668 करोड़ का कार्य आदेश दे दिया था. 

उसी कॉनफैड को आरटीपीपी एक्ट की धज्जियां उड़ाते हुए बिना निविदा के संस्थागत भ्रष्टाचार के माध्यम से अपने चहेती कंपनी को ठेका देने के लिए हाथ से यह काम किया है. विभाग के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मेरे विभाग को बंद कर दो, विधानसभा की अनुमति के बिना वित्त विभाग यह कर रहा है तो किस को उपकृत करने के लिए किया जा रहा है. सरकार के कैबिनेट मंत्री ने अपने ही मुख्यमंत्री को कठघरे में खड़ा किया है. महंगाई राहत में फूड पैकेट बांटना शुरू करने की बात कही है आचार संहिता के आसपास फूड पैकेट बांटे जाएंगे.

घोषणा के 16 महीने बाद याद आई बहनें, कहां से आएंगे 19950 करोड़ ?

नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी बहनें याद आई है, रक्षाबंधन पर एक करोड़ 33 लाख बहनों को स्मार्टफोन देने की घोषणा की बजट 2022 23 में और अब 16 महीने बाद अगस्त में स्मार्ट फोन देने की बात कह रहे हैं. एक स्मार्ट फोन की कीमत 15000 मानों तो मुख्यमंत्री 19950 करोड़ के स्मार्टफोन बांटने की तैयारी कर रहे हैं. यही मुख्यमंत्री हैं जब भामाशाह योजना आई थी तो उसमें कार्ड बने थे और तत्कालीन मुख्यमंत्री की फोटो उस पर लगाई तो इन्होंने एतराज किया कि सरकार के पैसे से महिमामंडन क्यों हो रहा है. आज यही किया जा रहा है सवाल यह है कि यह मोबाइल किस कंपनी के माध्यम से किया गया है टेंडर किया गया कितनी कंपनियों ने इसमें भाग लिया यह संस्थागत भ्रष्टाचार का दूसरा नमूना है. इसके खिलाफ बीजेपी कानूनी राय लेकर न्यायलय में जाएगी.

महंगाई से राहत तो पेट्रोल-डीजल से वैट कम करें -राठौड़ 

राठौड़ ने कहा कि महंगाई राहत शिविरों का राजनीतिकरण किया जा रहा है. री-रजिस्ट्रेशन के नाम पर मुख्यमंत्री लोगों को भाषण पिला रहे हैं . जो कैम्पाें नहीं आए ऐसे 17493 परिवारों का डाटा थर्ड पार्टी के साथ शेयर कर लिया. साइबर क्राइम में डाटा को जारी करना निजी हनन है. सरकार वास्तव में महंगाई में राहत देना चाहती है तो पेट्रोल डीजल पर 6 बार वैट बढ़ाया उसे कम करें. मंडी टैक्स बीजेपी सरकार जितना करें.

सांसद दीया कुमारी ने यह कहा

सांसद दीया कुमारी ने कहा कि शक्ति सिंह न्याय और सुरक्षा के लिए 1 साल से लड़ रहे हैं. उन वादों में से एक भी पूरा नहीं किया गया है. यह सरकार सभी के साथ ऐसा करती आई है . शक्ति सिंह ने कहा कि सरकार ने सुरक्षा नौकरी और हथियार लाइसेंस देने की बात कही थी, लेकिन हमें कुछ नहीं मिला.

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