Trending Photos
Rajavardhan Rathore - Govind Dotasara : कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा के बयान पर भाजपा सांसद एंव राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड ने पलटवार किया है. राठौड़ ने कहा कि देश में हर राष्ट्रवादी संगठन बीजेपी के साथ. संघ विरोधी मानसिकता वाले लोग चुनाव में अपना बिल खोज लें.
गौरतलब है कि पीसीसी में ब्लॉक अध्यक्षों की कार्यशाला के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था आज कि 2024 के चुनाव के बाद RSS कहीं नहीं दिखाई नहीं देगा. साथ कांग्रेस की मजबूती के किए जाने वाले कार्यों को लेकर उन्होंने अपनी बात रखी. वहीं केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी नेताओं पर डोटासरा खूब जमकर बरसे. इधर इसके पलटवार में सांसद राज्यवर्धन सिंह ने कहा कि साढे चार साल में कांग्रेस ने केवल एक ही परिवार और एक ही व्यक्ति की चिंता की है. कांग्रेस के लिए अन्य किसी का कोई अस्तित्व नहीं है. उन्हे केवल राहुल गांधी और उनका परिवार ही दिखता है, जिसके पीछे पूरे देश के अंदर मौन व्रत का शो भी रखा गया था.
राज्यवर्धन सिंह राठौड ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की भाषा शैली इतनी बेलगाम हो चुकी है कि इन्हे चीजों का फर्क ही मालूम नहीं है. इनकी भाषा से इनकी परवरिश का पता चलता है. आरएसएस एक समाज सेवी संगठन है, जो अपना सबकुछ त्याग करके राष्ट्र के समाज को मजबूत करने वाला संगठन है. राष्ट्रसेवा करने वाले सभी संगठन भाजपा के साथ हैं, और हमारे लिए राष्ट्र प्रथम है. जो व्यक्ति आरएसएस को बिल खोजने को कह रहे हैं, वे 2023 के चुनाव के बाद अपना बिल खोज लें.
राज्यवर्धन राठौड ने महिला उत्पीडन पर कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि ये लोग महिला दुष्कर्म के खिलाफ क्यों नहीं खडे होते, तब ये लोग मौनव्रत क्यों नहीं रखते. प्रदेश के भीतर जिस तरह से अलगाववादी ताकतें सक्रिय हैं, उनके खिलाफ कांग्रेस के लोग क्यों नहीं बोलते. प्रदेश में खनन माफिया, बेलगाम अपराध और पेपर लीक जैसे मामलों पर ये लोग क्यों नहीं बोलते. इसलिए यह स्पष्ट है कि कांग्रेस केवल अपने संगठन को मजबूत करने में जुटी है प्रदेश की बदहाली की इन्हे कोई चिंता नहीं है.
सचिन पायलट और गहलोत की गुटबाजी पर कटाक्ष करते हुए राज्यवर्धन राठौड ने कहा कि साढे चार साल तक रोज कुर्सी की लडाई होती रही, और हर रोज प्रदेश की जनता इस झगडे में पिसती रही. कांग्रेस ने केवल प्रदेश को एक किनारे धकेलकर केवल सत्ता की ही राजनीती की. इन लोगों ने महिला, युवा और किसान की कोई सुध नहीं ली, और ना ही भ्रष्टाचार को रोकने की कोशिश की. साढे चार साल तक प्रदेश को लूटने के बाद अब ये एकजुटता और एकसाथ होने का दिखावा कर रहे हैैं. चुनाव के दौरान जैसे ही टिकिट वितरण का समय आएगा इनकी फूट एक बार फिर जगजाहिर हो जाएगी.
यह भी पढे़ं-
सावन में प्यार में मदहोश हुए नाग-नागिन, बीच सड़क करने लगे खुल्लम-खुल्ला रोमांस
भरी महफिल में बाप ने जोड़े हाथ, पैरों में गिर पड़ा, फिर भी प्रेमी संग चली गई बेटी, रुला देगा Video