Rajsamand Gangaur festival: राजसमंद में गणगौर महोत्सव और मेला इस बार 9 से 13 अप्रैल तक आयोजित होगा. इसको लेकर तैयारी आखिरी दौर पर हैं, ऐतिहासिक गणगौर महोत्सव पर करीब 65 से 70 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान है,वहीं घोड़े की संख्या को लेकर माहौल बैठक में गर्म दिखा.
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Gangaur festival in Rajsamand: राजसमंद में आयोजित होने वाले पांच दिवसीय ऐतिहासिक गणगौर महोत्सव को लेकर लोगों में उत्साह है. तो वहीं, राजसमंद नगर परिषद के खिलाफ नगर के प्रबुद्धजनों ने बैठक में जमकर नाराजगी जाहिर की और इस बीच माहौल गरमा गया.
बता दें कि हर वर्ष नगर के प्रबुद्धजनों के साथ राजसमंद नगर परिषद के अधिकारी,सभापति और उपसभापति बैठक करते हैं, लेकिन इस बार श्री द्वारकाधीश मंदिर में हुई प्रबुद्धजनों की बैठक में ना तो आयुक्त पहुंचे और ना ही सभापति. और उपसभापति ऐसे में नगर परिषद की ओर से इस बैठक में एक्सईएन तरुण बायती और एईएन नंदलाल सुथार पहुंचे, जहां पर बीच बैठक से ही कई प्रबुद्धजन नाराज होकर चले गए.
ऐसे में नगर के प्रबुद्धजनों ने राजसमंद नगर परिषद पर फॉर्मल्टी करने के आरोप जड़े हैं. इस बीच प्रबुद्धजनों ने एक-एक करके मीडिया से वार्ता कर अपनी अपनी समस्या से अवगत करवाया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि नगर परिषद द्वारा पहले से ही सारे कार्य किए जा चुके होते हैं, हमें सिर्फ फॉर्मल्टी के तौर पर बुलाया जाता है. गणगौर सवारी के दौरान पर्सनल घोड़े लगाए जाते हैं, जिन्हें नहीं लगाया जाए. इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया.
तो वहीं, एक प्रबुद्धजन ने बताया कि कार्यक्रम पर लाखों रुपए खर्च होते हैं, लेकिन सवारी में चलते वाले व्यक्तियों के घिसी फटी पोशाकों को अभी तक नहीं बदला गया है. इसको लेकर राजसंद नगर परिषद को पत्र भी लिखा जा चुका है, लेकिन इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया है. जानकारी के अनुसार इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में लगभग 65 से 70 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है. तो वहीं, इसके लिए नगर परिषद द्वारा कुल 9 टेंडर किए जा चुके हैं.
बता दें कि राजसमंद नगर परिषद और प्रभु श्री द्वारकाधीश मंदिर के सान्निध्य में शहर का पांच दिवसीय ऐतिहासिक गणगौर महोत्सव और मेला इस बार आगामी 9 से 13 अप्रेल तक आयोजित किया जाएगा. इसको लेकर नगर परिषद की मेला कमेटी की ओर से पांच दिवसीय कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है, और इसके साथ ही तैयारियां भी जोर-शोर से शुरू कर दी गई है.
नगर परिषद सभापति अशोक टांक ने बताया कि मेले का शुभारंभ हिंदी नववर्ष चेत्र प्रतिपदा के उपलक्ष्य में 9 अप्रैल की शाम को मेला ग्राउंड श्री बालकृष्ण स्टेडियम परिसर में भव्य आतिशबाजी के साथ होगा. इसके साथ ही मेले में डोलर-झूले एवं दुकानें आदि भी लगाई जाएगी. तो वहीं,मेले में दूसरे दिन यानि 10 अप्रैल को मेले के सांस्कृतिक मंच पर कार्यक्रमों की शुरुआत स्थानीय प्रतिभाओं की नृत्य-गीत आदि की प्रस्तुतियां के साथ होंगी.
इसके बाद मुख्य मेले और सवारी की शुरुआत 11 अप्रैल को पहली सवारी परंपरागत रूप से चूंदड़ी गणगौर के साथ होगी. इसके बाद 12 को हरी गणगौर और 13 अप्रेल को गुलाबी गणगौर की सवारी निकाली जाएगी. उन्होंने बताया कि गणगौर महोत्सव के तहत प्रभु श्री द्वारकाधीश मंदिर से निकलने वाली सवारी में इस पर तीनों दिन अलग-अलग झांकियां शामिल रहेंगी.
इसमें दिल्ली की मनोज एण्ड रिया पार्टी की ओर से कई आकर्षक झांकियां प्रस्तुत की जाएगी.तो वहीं, गणेश वंदना ग्रुप डांस, राम दरबार झांकी, बालाजी डांस, राधा-कृष्ण, मोर महारास एवं सुदामा मिलन सहित अन्य प्रस्तुतियां पहले दिन 11 अप्रैल का आकर्षण रहेंगी. इसके बाद 12 अप्रैल को सांस्कृतिक संध्या होगी, जिसमें कोलकाता के एंगल ग्रुप द्वारा बॉलीवुड डांस के साथ ही अन्य प्रस्तुतियां दी जाएंगी.
महोत्सव के अंतिम दिन 13 अप्रैल को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित होगा. नगर परिषद की ओर से गणगौर महोत्सव के तहत कांकरोली में प्रभु श्री द्वारकाधीश मंदिर से निकलने वाली सवारी के मार्ग की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. इसके तहत मंदिर मार्ग, रेती मोहल्ला से लेकर अन्य सभी सड़कों की मरम्मत का कार्य इन दिनों जोरों पर चल रहा है.