राजसमंद के रेलमगरा कस्बे में स्वच्छ भारत अभियान के तहत खुले में शौच मुक्त बनाए रखने के लिए सार्वजनिक रूप से सामुदायिक शौचालय का निर्माण एक वर्ष पूर्व किया गया था.
Trending Photos
Nathdwara: राजस्थान के राजसमंद के रेलमगरा कस्बे में स्वच्छ भारत अभियान के तहत खुले में शौच मुक्त बनाए रखने के लिए सार्वजनिक रूप से सामुदायिक शौचालय का निर्माण एक वर्ष पूर्व किया गया था, लेकिन सार्वजनिक रूप से बनाए गए सामुदायिक शौचालयों का निर्माण होने के बाद इनके उपयोग से पहले ही पूरे शौचालयों की दीवारों में दरारे और लगी टाइल्स उखड़ कर टूट गई.
यह भी पढे़ं- नाथद्वारा एक ही रात में छः जगह चोरी की वारदात को दिया अंजाम, जानिए क्या है पूरा मामला
इतना ही नहीं सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग होने से पहले ही अनुपयोगी हो गए हैं, इससे लोगों के मन में घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर निर्माण करने के सवाल उठने लगे हैं. जानकारी के अनुसार स्वच्छ भारत अभियान के तहत रेलमगरा को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कस्बे के नर सिंह द्वारा चौक, चामुंडा माता मंदिर चौक, दरगाह परिसर में कार्यकारी एजेंसी ग्राम पंचायत रेलमगरा के द्वारा करवाया गया.
प्रत्येक शौचालय में स्वच्छ भारत के तहत 2 लाख 10 हजार और एफएफसी मद से 90 हजार सहित प्रत्येक शौचालय का निर्माण तीन-तीन लाख रुपए की लागत से किया गया, जबकि शौचालय का निर्माण 7 अगस्त 2020 को शुरू हुआ था. शौचालयों का निर्माण कार्य 15 अप्रैल 2021 को पूर्ण हुआ था.
इन शौचालयों का निर्माण कार्य पूर्ण होने के साथ ही शौचालयों को अभी तक उपयोग नहीं किया गया है, उससे पहले ही अनुपयोगी साबित हो गए हैं, बता दें कि नर सिंह द्वारा चौक में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग भाग में किया गया.
इस शौचालय का अभी तक उपयोग ही नहीं किया गया है, उससे पहले ही शौचालय का हाल बेहाल हो गया है, जबकि शौचालय के निर्माण कार्य को 1 वर्ष पूर्ण होने के साथ ही पूरा शौचालय जर्जर हो गया है. शौचालय के जर्जर हाल और दीवारों में दरारों को देखकर शौचालय के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग होने का लोगों के मन में सवाल खड़े हो रहे हैं, जबकि पुरुष वर्ग के लिए बना रखे मूत्रालय डब्लूसी लगा रखी है.
लगभग सभी डब्लूसी से टूट कर जमीन पर आ गई है और पूरे शौचालय परिसर में लगी टाइल्स नीचे गिरने के साथ ही टुकड़े-टुकड़े होकर पूरी तरह से टूट गई है और कुछ ऐसा ही हाल महिला वर्ग के लिए बने शौचालय का है तो वहीं इस पूरे मामले पर रेलमगरा ग्राम विकास अधिकारी दिनेश चंद्र वर्मा का कहना है कि सार्वजनिक शौचालयों में जो टूट-फूट हो रही है, उसको सुव्यवस्थित करने के लिए ठेकेदार को निर्देशित किया गया है, शौचालय सुव्यवस्थित नहीं होने की स्थिति में ठेकेदार का भुगतान नहीं किया जाएगा.
Reporter: Devendra Sharma