खंडार: चंबल में उफान से पाली पुल पर वाहनों की आवाजाही ठप, प्रशासन अलर्ट
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खंडार: चंबल में उफान से पाली पुल पर वाहनों की आवाजाही ठप, प्रशासन अलर्ट

वर्तमान में चंबल नदी में जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है और दोपहर 1 बजे तक चंबल नदी जल निगरानी केंद्र पर पानी का स्तर 24 मीटर के ऊपर बना हुआ था जो खतरे के निशान से 2 मीटर अधिक है.

पाली पुल पर वाहनों की आवाजाही ठप

Khandar: सवाई माधोपुर जिले के खंडार तहसील क्षेत्र से बहने वाली चंबल नदी अपने पूरे बेग से उफान पर बह रही है, जिसके चलते चंबल के किनारे बसें एक दर्जन से अधिक गांवों में चंबल के पानी पहुंचने लगा है. ऐसे में स्थानीय पुलिस प्रशासन सहित बचाव दल पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है.

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वर्तमान में चंबल नदी में जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है. दोपहर 1 बजे तक चंबल नदी जल निगरानी केंद्र पर पानी का स्तर 24 मीटर के ऊपर बना हुआ था जो खतरे के निशान से 2 मीटर अधिक है. ऐसे में खंडार एसडीएम बंशीधर योगी सहित तहसीलदार, खंडार थानाधिकारी मय जाप्ते और राहत और बचाव दल के साथ चंबल किनारे बसे गांव सेवतीं, पाली, सोनकच्छ, खेड़ी, नरोला, क्यारदा, सेवतीं खुर्द आदि में जायजा लेकर प्रभावित गांवो के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं चंबल नदी में लगातार पानी बढ़ने का सिलसिला जारी है जिससे चंबल नदी में पानी का स्तर और बढ़ने की संभावना है.

चंबल नदी में उफान के चलते राजस्थान और मध्यप्रदेश की सीमा को जोड़ने वाले पाली ब्रिज पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. चंबल का पानी मध्यप्रदेश के दांतरदा गांव के समीप सड़क पर पहुंच गया. जहां मुख्य हाईवे पर करीब 5 फिट पानी बना हुआ है. वहीं राजस्थान की सीमा पर बने अस्थायी चेकपोस्ट पर ही पुलिस द्वारा वाहनों को रोक दिया गया है, जिससे जाम जैसी स्थित नहीं बने. चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर की निगरानी के लिए चंबल घड़ियाल सेंचुरी के गंगाराम, सुनील कुमार आदि वन कर्मचारी चंबल किनारे तैनात है जो लगातार चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर पर निगरानी रखकर प्रशासन को पल पल की रिपोर्ट भेज रहे हैं.

चंबल के उफान को देखने के लिए आसपास के गांवों से महिला पुरुषों की भीड़ पाली ब्रिज पर पहुंच रही है, जिन्हें पुलिस द्वारा चेकपोस्ट पर ही रोक दिया गया. वहीं कही गांवों का संपर्क मुख्य NH-552 सड़क मार्ग से कट चुका है. ऐसे में राहत और बचाव दल के सदस्यों द्वारा वोट की मदद से आसपास के इलाकों का जायजा लेकर स्थिति से प्रशासन को अवगत करवाया जा रहा. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने देर रात से ही प्रभावित गांवों में डेरा डाले हुए है जो स्थिति बिगड़ने पर तत्काल ग्रामीणों को सहायता उपलव्ध करा सकें.

Reporter: Arvind Singh

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