Neemkathana: ग्रामीण और सरकार आमने-सामने, छठीं बार किया चुनाव का बहिष्कार
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Neemkathana: ग्रामीण और सरकार आमने-सामने, छठीं बार किया चुनाव का बहिष्कार

Neemkathana, Sikar News: राजस्थान के सीकर के नीमकाथाना इलाके की निकटवर्ती ग्राम पंचायत लादीकाबास के ग्रामीण पिछले 2 साल से अनोखा विरोध प्रदर्शन कर रहें हैं. ग्रामीणों ने 6 बार चुनाव तक का विरोध कर दिया है. उनका कहना है की जब तक उनकी ,मांग नहीं मान ली जाती तब तक उनका विरोध जारी रहेगा .

विरोध प्रदर्शन करते ग्रामीण

Neemkathana, Sikar: राजस्थान के सीकर के नीमकाथाना इलाके की निकटवर्ती ग्राम पंचायत लादीकाबास के ग्रामीण पिछले 2 साल से अपनी मांगों को लेकर लामबंद है. ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन भी ऐसा कि 2 साल से पीछे हटने को तैयार नहीं है. ग्रामीणों की एक ही मांग है कि जब तक ग्राम पंचायत लादीकाबास को अजीतगढ़ पंचायत समिति से हटाकर फिर से पाटन पंचायत समिति में शामिल नहीं किया जाता, तब तक ग्रामीण हर तरह से चुनाव का बहिष्कार करते रहेंगे. इस मांग को लेकर अब तक ग्रामीणों द्वारा पांच बार चुनाव का बहिष्कार किया जा चुका है.

25 नवंबर को होने वाले उपचुनाव को लेकर भी ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत मुख्यालय से पाटन पंचायत समिति लगभग 15 किमी दूर है, जबकि अजीतगढ़ पंचायत समिति लगभग 55 किमी दूर हैं. ऐसे में पंचायत समिति की दूरी बढ़ते ही लोगों को समय के साथ आर्थिक हानि झेलनी पड़ेगी. अजीतगढ़ पंचायत मुख्यालय से दूर होने पर ना तो साधन है और ना ही संपर्क है, ऐसे में सरकार ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया है. 

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने नवंबर 2019 के परिसीमन में अजीतगढ़ नई पंचायत समिति बनाई थी, जिसमें ग्राम पंचायत लादीकाबास को पाटन पंचायत समिति से हटाकर अजीतगढ़ में शामिल किया गया था. तब से लेकर आज तक ग्रामीण पाटन पंचायत समिति में शामिल होने के लिए एकजुट है. ग्रामीणों का कहना है कि नई पंचायत समिति में शामिल होने पर लोगों का आर्थिक हानि तो होगी ही इसके साथ समय का भी नुकसान होगा, हालांकि प्रशासनिक स्तर पर हर बार चुनाव से पूर्व समझाइश के प्रयास किए जाते हैं, लेकिन अभी तक लगातर ग्रामीण चुनाव का बहिष्कार करते आ रहें हैं. ग्रामीणों का इस मसले पर दो टूक जबाव है जब तक गांव को अजीत गढ़ पंचायत समिति के अधीन से हटाकर पाटन शामिल में नहीं किया जाता उनका इसी तरह से विरोध जारी रहेगा. 

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