Sikar News: दस लाख रुपए की नगदी समेत कीमती गहने चोरी,जांच में जुटी पुलिस
Advertisement

Sikar News: दस लाख रुपए की नगदी समेत कीमती गहने चोरी,जांच में जुटी पुलिस

Sikar News: सीकर जिला के रामगढ़ शेखावाटी कस्बा के मौहल्ला बिसायतियान वार्ड संख्या 17 में एक बंद मकान में चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम देते हुए दस लाख की नगदी व लाखों के सोने चांदी के आभूषण चुराकर ले गये.

Sikar News: दस लाख रुपए की नगदी समेत कीमती गहने चोरी,जांच में जुटी पुलिस

Sikar News: सीकर जिला के रामगढ़ शेखावाटी कस्बा.पुलिस ने सूचना पर मौका मुआयना किया.जानकारी के अनुसार कस्बा के वार्ड संख्या 17 बिसायतियान मौहल्ला निवासी महबूब बिसायती का मकान पिछले चार रोज से बंद था.

मंगलवार सुबह सामने के घर में चौक में रहने वाले परिवार को एक थैले में महबूब का पासपोर्ट आदि पड़े दिखे.इसकी सूचना उन्होंने महबूब के मकान के पास ही रहने वाले परिवारजन को दी.जिस पर उन्होंने घर को संभाला तो घर के अंदर के एक कमरे में रखी अलमारी के लॉकर आदि खुला पड़ा होने पर इसकी जानकारी महबूब को दी. 

जिस पर महबूब व उसकी पत्नी समीम बानो ने आकर घर में अलमारी के लॉकर व पेटी आदि में रखे दस लाख नकद,सोने चांदी के आभूषण गायब मिले.जिस पर वार्ड पार्षद साहिब मानका ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस ने आकर मौका मुआयना किया.

यह सामान गया चोरी

महबूब बिसायती की पत्नी समीम बानों ने बताया कि चोर उसके घर में रखी अलमारी के लॉकर में रखे दस लाख रुपये नकद,72 ग्राम सोने का हार,4 ग्राम सोने का मंगलसूत्र,4 ग्राम सोने का लाकेट,10 ग्राम सोने के कान के झूमर,सऊदी की करीब पांच सात सौ रियाल,सहित कीमती सामान चुराकर ले जाने की बात कही है.

परिवार गया था ससुराल

महबूब का ससुराल सीकर में है.ससुराल में साले के परिवार में सगाई समारोह में शामिल होने महबूब अपनी पत्नी व परिवारजन के साथ 14 अक्टूबर को गया था.

फिनिश होकर आया था महबूब

चोरी की वारदात का पीड़ित महबूब 29 वर्ष सऊदी अरब के मक्का में नौकरी कर एक माह पूर्व ही फिनिश होकर आया था. विदेश से आने के बाद वह देश में ही कोई काम करने के लिये दुकान आदि की तलाश कर रहा था.

परिवार हुए बदहवास

चोरी की सूचना पर महबूब व उसकी पत्नी व परिवारजन के घर पहुंचते ही घर में अलमारी के लॉकर के अंदर रखे लाखों रुपये नकद,सोने चांदी के आभूषण नदारद मिलते ही महबूब की पत्नी समीम,उसकी बेटी व परिवारजन बदहवास हो गए. 

दुकान खरीदने के लिये रख रखा थी रकम

महबूब 1993 में सऊदी अरब के जद्दा में एक कंपनी में काम करता था, एक माह पूर्व ही कंपनी से उसे फिनिश कर उसे उसके इनक्रीमिंट के रुपये दिये थे. विदेश से फिनिश आने के बाद महबूब रामगढ़, फतेहपुर सीकर में दुकान की तलाश कर रहा था. 

दुकान खरीदने के लिये ही उसके रकम घर में पत्नी के पास रख रखी थी. वहीं, दुकान के लिये ओर रकम की जरूरत के कारण पत्नी के हार आदि का भी कुछ दिनों पूर्व मुल्यांकन करवाया था.

ये भी पढ़ें-मंत्री हेमाराम चौधरी ने चुनाव लड़ने से किया इनकार, चौधरी के पांवो में पगड़ी रख रो पड़ी गुड़ामालानी की जनता

 

Trending news