सीकर किसानों का ट्रैक्टरों के साथ 10 दिन से खनिज विभाग के सामने महापड़ाव जारी है. किसानों के ट्रैक्टर का रवन्ना शुरू करने की मांग को लेकर खनिज विभाग के बाहर 3 जून से शुरू हुए धरने को 10 दिन पूरे हो चुके हैं.
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Sikar: सीकर किसानों का ट्रैक्टरों के साथ 10 दिन से खनिज विभाग के सामने महापड़ाव जारी है. किसानों के ट्रैक्टर का रवन्ना शुरू करने की मांग को लेकर खनिज विभाग के बाहर 3 जून से शुरू हुए धरने को 10 दिन पूरे हो चुके हैं.
बीते 10 दिन से जिले के सैकड़ों किसान खनिज विभाग के सामने ट्रैक्टर खड़े कर पड़ाव डाले हैं. उनका कहना है कि 10 दिन बीत जाने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं कर रही है. ऐसे में अब आंदोलन को तेज किया जाएगा. आंदोलन को समर्थन देते हुए कल ईंट-भट्टा मजदूर यूनियन के लोग भी ट्रैक्टर रैली निकालेंगे. माकपा नेता महावीर सिंह जांगु ने बताया कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए बिना रजिस्ट्रेशन के ट्रैक्टर्स के खनिज परिवहन पर रोक लगा दी है, जिसके चलते खान संचालकों ने ट्रैक्टर्स को रवन्ना देना बंद कर दिया है. बिना रवन्ना के यदि ट्रैक्टर खनिजों का परिवहन करते हैं तो उस पर माइनिंग और पुलिस डिपार्टमेंट 1 लाख रुपए तक की पेनल्टी लगा सकता है.
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जिसके विरोध में ट्रैक्टर यूनियन और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने 3 जून को खनिज विभाग के बाहर अनिश्चितकालीन पड़ाव शुरू कर दिया था. शुरुआत के 4 दिन में तो स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने भी उच्च अधिकारियों से वार्ता करने का आश्वासन दिया, लेकिन अब 10 दिन का समय बीत जाने के बाद भी कोई निर्णय नहीं हुआ है. साथ ही अब ईंट-भट्टा मजदूर यूनियन ने भी आंदोलन को समर्थन दिया है. कल ईंट-भट्टा मजदूर यूनियन से जुड़े 100 से ज्यादा लोग अपने ट्रैक्टर्स के साथ रैली के रूप में रामु का बास तिराहे से रवाना होकर कलेक्ट्रेट पहुंचेंगे और अपना विरोध जताएंगे. इसके बाद भी यदि रवन्ना शुरू नहीं किया जाता है तो आंदोलन को तेज किया जाएगा.
Reporter- Ashok Singh Shekhawat
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