अनूपगढ़ पंचायत समिति में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ सुरक्षा सखियों की वीडियो कांफ्रेंस के जरिए महिला उत्पीड़न को लेकर चर्चा हुई है.
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Anupgarh: राजस्थान के अनूपगढ़ पंचायत समिति में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ सुरक्षा सखियों की वीडियो कांफ्रेंस के जरिए महिला उत्पीड़न को लेकर चर्चा हुई है. वीडियो कांफ्रेंस में उपखण्ड अधिकारी प्रियंका तलानिया, पुलिस उपाधीक्षक जयदेव सियाग, अनूपगढ़ ब्लॉक की सुरक्षा सखिया, अनूपगढ़ थानाधिकारी फूलचंद शर्मा, रामसिंहपुर थानाधिकारी सुरजीत कुमार सहित चार थानों के थानाधिकारी उपस्थित रहे.
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अनूपगढ़ पंचायत समिति में वीडियो कॉन्फ्रेंस से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सुरक्षा सखियों से महिलाओं के उत्पीड़न से संबंधित फीडबैक लिया है और पुलिस प्रशासन को पीड़ित महिलाओं को न्याय देने के लिए भी निर्देशित किया हैं. पुलिस उपाधीक्षक जयदेव सियाग ने जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने के लिए राजस्थान सरकार के द्वारा सुरक्षा सखी ग्रुप का गठन किया गया है. सुरक्षा सखी ग्रुप में 15 वर्ष से लेकर 17 वर्ष तक की महिलाएं सदस्य बन सकती हैं. घरेलू महिलाएं भी सुरक्षा सखी ग्रुप की सदस्य बनकर समाज मे अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं.
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पुलिस उपाधीक्षक जयदेव सियाग ने बताया कि सुरक्षा सखी का महत्वपूर्ण कार्य यह होता है कि अगर कोई पीड़ित महिला किन्हीं कारणों से पुलिस तक नहीं पहुंच पाती है और महिलाओं पर अत्याचार करने करने वाले व्यक्ति का विरोध नहीं कर पाती है तो सुरक्षा सखी पीड़ित महिला और पुलिस प्रशासन में सेतु का कार्य करती है. सुरक्षा सखी पीड़ित महिला को न्याय दिलवाने के लिए पुलिस प्रशासन से मिलकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करवाती है.
पुलिस उपाधीक्षक जयदेव सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षा सखी की महत्वपूर्ण भूमिका से महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को रोका जा सकता है. वीडियो कांफ्रेंस के बाद सभी सुरक्षा सखियों को उपखंड अधिकारी प्रियंका तलानिया, पुलिस उपाधीक्षक जयदेव सियाग द्वारा उनके कर्तव्यों के बारे में बताते हुए महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन के सहयोग की भी अपील की हैं.
Report: Kuldeep Goyal