भारत माला रोड पर रफ्तार बरसा रही कहर, अब घड़साना में दो पिकअप की जोरदार भिड़ंत, नहीं है कहीं भी स्पीड ब्रेकर
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भारत माला रोड पर रफ्तार बरसा रही कहर, अब घड़साना में दो पिकअप की जोरदार भिड़ंत, नहीं है कहीं भी स्पीड ब्रेकर

श्रीगंगानगर में बीती देर रात पुरानी मंडी घड़साना के निकट बने ओवरब्रिज के पास दो पिकअप की आमने-सामने स्व जबरदस्त भिड़त हो गई. दोनो गाड़ियों की टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए. 

 

प्रतीकात्मक तस्वीर

घड़साना: भारत माला सड़क पर रफ्तार का कहर लोगों पर मौत बनकर बरप रहा है. श्रीगंगानगर के घड़साना में भारत माला सड़क निर्माण कार्य को कुछ समय ही हुआ है. जबकि निर्माण से लेकर अब तक अनेकों लोग सड़क हादसे के शिकार हो चुके हैं, भारतमाला सड़क पर कहीं भी स्पीड ब्रेकर नहीं होने के कारण आए दिन यहां कोई ना कोई हादसा होता रहता है. भारत माला सड़क पर ओवरस्पीड वाहनों से आए दिन हादसे होते रहते हैं, वहीं बीती देर रात पुरानी मंडी घड़साना के निकट बने ओवरब्रिज के पास दो पिकअप मे आमने-सामने जबरदस्त भिड़त हो गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए.

लाइट की व्यवस्था नहीं होने से आए दिन हादसे होते हैं
गनीमत रही कि श्रीगंगानगर के इस सड़क हादसे में कोई जान हानि नहीं हुई. वहीं, दो दिवस पूर्व 3 एमएलडी के निकट भारत माला सड़क पर हुए एक सड़क हादसे में एक युवक की मौत हुई थी. पुरानी मंडी के नजदीक भारतमाला हाईवे पर बने इस तिराहे पर लाइट की व्यवस्था नहीं होने से आए दिन हादसे होते रहते हैं. टोल कंपनी द्वारा टोल तो नियमित रूप से वसूला जाता है. परंतु सड़क हादसों के चयनित जगहों में कोई सुधार नहीं किया जाता. जिस कारण घड़साना क्षेत्र में आए दिन कोई ना कोई सड़क हादसे का शिकार होता रहता है. सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत में अधिकतर मामले ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के कारण होते हैं.

स्टेट हाईवे जानलेवा साबित हो रहे 
 अधिकतर सड़क हादसों का कारण तेज गति से वाहन चलाना, नशे में वाहन चलाना और लापरवाही की बात सामने आती है. ग्रामीण सड़कों से लेकर नेशनल, स्टेट हाईवे जानलेवा साबित हो रहे हैं. ओवर स्पीड सबसे ज्यादा हादसों की वजह बन रही हैं, हादसों मे सबसे ज्यादा युवा वर्ग शिकार हो रहे हैं. क्षेत्र में अनाड़ी और नौसिखिए बेझिझक गाड़ी दौड़ा रहे हैं. कई तो खतरनाक तरीके से लहराते हुए वाहन चलाकर खुद के साथ दूसरों की जान जोखिम में डाल रहे हैं. अभिभावक भी बच्चों को बाइक की चाबी देने में जरा भी संजीदगी नहीं दिखा रहे. 

यातायात नियमों को ठेंगा दिखा रहे
वहीं, दोपहिया वाहन पर तीन-तीन, चार-चार लोग भी धड़ल्ले से बैठकर यातायात नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं. श्रीगंगानगर की विभिन्न कालोनियों सहित भारत माला पर भी अक्सर नाबालिग फर्राटे से दोपहिया वाहन दौड़ाते देखे जा सकते हैं. इन नाबालिगों को न तो यातायात नियमों की जानकारी होती है और न ही दुर्घटना होने का भय. ये जितनी तेजी से वाहन चला सकते हैं. उतनी तेजी से चलाते गुजर जाते हैं. काफी रफ्तार से इन्हें वाहन चलाता देख लोग सहम जाते हैं और दुर्घटना होने की आशंका से कांप भी जाते हैं। कई नाबालिगों को तो अक्सर ट्रैक्टर, जे सी बी, लोडर व ट्रक भी चलाते देखा जाता है. इनमें सबसे ज्यादा तादाद ट्रैक्टर चलाने वालों की है. कई बार ये अनुभवहीन चालक दुर्घटना का कारण भी बनते हैं.

 रिपोर्टर- कुलदीप गोयल

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