भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान: अतिथि ने पशुपालन के क्षेत्र में अधिक से अधिक लाभ उठाने का किया आग्रह
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1515925

भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान: अतिथि ने पशुपालन के क्षेत्र में अधिक से अधिक लाभ उठाने का किया आग्रह

केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर का 62वां स्थापना दिवस बुधवार को संस्थान के सभागार में मनाया गया. डॉक्टर कर्ण नरेन्द्र सिंह विश्वविद्यालय जोबनेर राजस्थान के वाइस चांसलर डॉ.

 भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान: अतिथि ने पशुपालन के क्षेत्र में अधिक से अधिक लाभ उठाने का किया आग्रह

मालपुरा/ टोंक: केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान अविकानगर का 62वां स्थापना दिवस बुधवार को संस्थान के सभागार में मनाया गया. डॉक्टर कर्ण नरेन्द्र सिंह विश्वविद्यालय जोबनेर राजस्थान के वाइस चांसलर डॉ. बलराज सिंह ने कहा कि अविकानगर संस्थान के वैज्ञानिकों ने किसानों व पशुपालकों के उत्थान व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने किसानों की आमदनी को दोगुना करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. उन्होंने संस्थान द्वारा विकसित अविशान भेड़ की सराहना करते हुए कहा कि संस्थान के वैज्ञानिक समय-समय पर शोध कार्य जारी रखें, जिससे किसानों की आमदनी को बढ़ाने में शोध सहायक हो सके.

मुख्य अतिथि ने अधिक से अधिक फायदा उठाने पर दिया जोर

उन्होंने किसानों को भी संस्थान द्वारा विकसित तकनीकी का पशुपालन के क्षेत्र में अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया. संस्थान निदेशक डॉक्टर अरूण कुमार तोमर ने कहा कि 4 जनवरी 1962 को संस्थान की स्थापना हुई थी. संस्थान का मुख्य उद्देश्य किसानों की आमदनी को बढ़ाना तथा आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को सशक्त व पशुपालकों को आत्मनिर्भर बनाना है. इसके लिए समय-समय पर पशुपालकों को निःशुल्क मेंढों का वितरण भी किया जाता है.

भेड़ बकरी पालन एटीएम के समान है, संस्थान अकाल के सच्चे साथी पशुपालकों के उत्थान के लिए लगातार अनुसंधान कर रहा है. मालपुरा भेड, पाटनवाड़ी भेड, अविशान भेड, खरगोश की आधा दर्जन प्रजातियों, सिरोही बकरी, भेड़ बकरियों के लिए चारे की बर्फियां बनाकर पशुओं को स्वस्थ बनाने, फार्मर फर्स्ट, टीएसपी, एससीएसपी, एमएसएसपी योजनाओं सहित पशुपालकों के उत्थान में कार्य कर रहा है.

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

समारोह को कृषि सिलेक्शन बोर्ड दिल्ली के सदस्य डॉ. एस. पी. किमोथी, बद्री नारायण चौधरी अध्यक्ष अखिल भारतीय किसान संघ, उष्ट्र अनुसंधान केंद्र बीकानेर के निदेशक डॉक्टर ए. साहू, बकरी अनुसंधान केंद्र मखदूम के निदेशक डॉक्टर मनीष चेटली ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम समन्वयक डॉक्टर अजय कुमार ने आभार प्रकट किया. समारोह में अनुसूचित जाति योजना के रजिस्ट्रर्ड किसानों ने भाग लिया. संचालन डॉक्टर लीलाराम गुर्जर ने किया. समारोह के दौरान संस्थान में किसानों की निःशुल्क मधुमेह, बीपी, ईसीजी, ईएसआर की जांच की गई. समारोह में अतिथियों ने संस्थान द्वारा प्रकाशित पुस्तकों व नववर्ष कैलेंडर 2023 का विमोचन किया तथा पशुपालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले किसानों को अतिथियों की ओर से सम्मानित किया गया. 

Reporter- Purshottam Joshi

Trending news