Tonk News: राजस्थान के टोंक जिले में घाड़ थाना क्षेत्र स्थित एक सरकारी स्कूल के शिक्षक पर गंभीर आरोप लगाते हुए ग्रामीणों से ने सम्छात्रा को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर परेशान करने और अवैध संबंध बनाने का दबाव डालने का आरोप लगा है.
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Rajasthan News: टोंक जिले के घाड़ थाना क्षेत्र में सीनियर सेकंडरी स्कूल के शिक्षक कमलेश कुमार मीणा पर कक्षा 12 वीं की एक छात्रा को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और अवैध संबंध बनाने के लिए दबाव डालने का आरोप लगा है. मामले को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा खड़ा कर दिया. लोगों ने शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. मामले की जानकारी मिलने के बाद घाड़ थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और लोगों को शांत किया. इसके बाद शिक्षक के खिलाफ पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी.
ग्रामीणों ने स्कूल प्रधानाचार्य को सुनाई खरी-खोटी
पीड़ित पक्ष की ओर से बताया गया कि घाड थाना क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक कमलेश कुमार मीणा करीब चार माह से 12वीं की एक छात्रा को गलत नीयत से परेशान कर रहा था. शिक्षक शुक्रवार को भी छात्रा को मौका मिलते परेशान कर रहा था. इससे तंग आकर उसने परिजनों को शिक्षक के बारे में बताया, जिसके बाद शाम को करीब 4 बजे परिजन स्कूल पहुंच गए और हंगामा खड़ा कर दिया. हालांकि, आरोपी शिक्षक पीड़िता के परिजन के स्कूल पहुंचने से पहले ही अन्य स्कूल में प्रेक्टिकल लेने चला गया. इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण भी स्कूल पहुंच गए. आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कूल प्रधानाचार्य को खूब खरी-खोटी सुनाई और शिक्षक पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इसके बाद छात्रा की तरफ से परिजन और ग्रामीणों ने प्रधानाचार्य को शिक्षक के खिलाफ लिखित में शिकायत दी. प्रधानाचार्य ने इस पूरे मामले को जिला मुख्यालय पर अवगत कराया, जहां से एक जांच कमेटी गठित कर मौके पर भेजी गई. बता दें कि जांच कमेटी की ओर से पेश की गई रिपोर्ट के बाद आरोपी शिक्षक कमलेश कुमार मीणा और अशोक कुमार मीणा को निलंबित कर दिया गया है.
मामले की जांच के लिए टीम का गठन
वहीं, स्कूल के प्रधानाचार्य बाबू खान ने बताया कि ग्रामीणों और एक स्कूली छात्रा की तरफ से विद्यालय के शिक्षक कमलेश कुमार मीणा के खिलाफ शिकायत दी गई है. शिक्षक फिलहाल प्रैक्टिकल लेने बाहर गया है. शिकायत मिलने के बाद उच्चाधिकारियों को घटना की सूचना दी गई है, जिसके के बाद मामले को गंभीरता से देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच कमेटी गठित की है. जांच कमेटी में सीबीईओ देवली, महात्मा गांधी राबाउमावि की प्रधानाचार्य कैलाश वर्मा और राउमावि टोकरावास के प्रधानाचार्य रघुवीर सिंह को शामिल किया गया है. जांच कमेटी ने स्कूल पहुंचकर ग्रामीणों सहित अन्य के बयान लिए हैं. बयान में दो शिक्षकों का नाम सामने आया है. उन्होंने कहा कि जांच में जिस तरह के तथ्य सामने आएंगे, उसी अनुरूप उच्च स्तर से आगे की कार्रवाई की जाएगी.
रिपोर्टर- पुरुषोत्तम जोशी
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