उदयपुर: वैष्णो देवी मंदिर तोड़फोड़ मामले में भेष बदलकर 300 लोगों तक पहुंची पुलिस, अब हुआ खुलासा
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उदयपुर: वैष्णो देवी मंदिर तोड़फोड़ मामले में भेष बदलकर 300 लोगों तक पहुंची पुलिस, अब हुआ खुलासा

उबेश्वरजी स्थित वैष्णो माता मंदिर में हुई चोरी और प्रतिमाओं को खंडित करने के मामले का खुलासा करते हुए दो शातिर नकबजनों को गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

प्रतिमाओं को खंडित करने के मामले में दो शातिर नकबजनों को किया गिरफ्तार.

Udaipur: जिले के नाई थाना पुलिस ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. पुलिस ने अपनी कार्यवाही में उबेश्वरजी स्थित वैष्णो माता मंदिर में हुई चोरी और प्रतिमाओं को खंडित करने के मामले का खुलासा करते हुए दो शातिर नकबजनों को गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

प्रतिमाओं को खंडित करने का मामले में बड़ी कार्रवाई
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि 23 जुलाई को नाई थाना क्षेत्र के उबेश्वरजी स्थित वैष्णो माता मंदिर के पुजारी मणिशंकर पिता तुलसीराम पंड्या ने मंदिर में चोरी होने और प्रतिमाओं को खंडित करने का मुकदमा दर्ज कराया. मंदिर में प्रतिमा के खंडित करने पर ग्रामीणों और धार्मिक संगठनों के लोगो मे रोष भी था.

साइबर सेल की मदद से बीटीएस लोकेशन के आधार पर 300 लोगों से पूछताछ
ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी कुंदन कंवरिया, गिर्वा डिप्टी भूपेंद्र सिंह और नाई थाना अधिकारी साबिर खान नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. आरोपियो तक पहुंचने के लिए पुलिस ने अपना अनुसंधान शुरू किया. पुलिस ने अपने प्राथमिक अनुसंधान में 30 से अधिक व्यक्तियों की गहनता से पूछताछ की. साथ ही साइबर सेल की मदद से बीटीएस लोकेशन के आधार पर 300 लोगों चिन्हित कर उनसे मौखिक पूछताछ की. इस दौरान पुलिस की टीम ने नाई, गोगुंदा, झाडोल, अंबामाता और गोवर्धनविलास थाना इलाके में रहने वाले असामाजिक तत्वों के साथ पूर्व के चालांसुदा अपराधियों से भी पूछताछ की लेकिन पुलिस को मामले में सफलता हाथ नहीं लगी.

पुलिस के जवान वेश बदलकर जुटाई जानकारी
इस पर पुलिस के कुछ जवानों ने वेश बदलकर आदिवासी इलाकों और शराब लजे ठेकों पर जाकर भी लोगों से संदिग्ध लोगों को चिन्हित कर सूचना एकत्र की. बदमाशों तक पहुंचने के लिए लगातार प्रयास कर रही पुलिस को उस समय सफलता मिली जब मुखबिर के जरिए पता चला कि घटना वाले दिन सुबह ढ़ढावली थाना झाडोल निवासी दोनों पैदल-पैदल उदयपुर की तरफ आते देखा गया था. उनके हाथ में लोहे की रॉड और एक ठेला भी था.

पुलिस की टीम ने दोनों संदिग्धों को पकड़ने के लिए दबिश
सूचना के बाद पुलिस की टीम ने दोनों संदिग्धों को पकड़ने के लिए दबिश दी, लेकिन वे लोग वहां नहीं मिले. इसके बाद पुलिस ने लंबे समय तक क्षेत्र में अपने नजर बनाए रखी. आखिर पुलिस ने प्रकाश चंद्र गमेती पुत्र जगला गमेती और तेजाराम वडेरा पुत्र नकाराम वडेरा निवासी ढढावली को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने मंदिर में चोरी करना और प्रतिमाओं को खंडित करने की बात स्वीकार की है.

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दोनों आरोपी रिश्ते में लगते हैं
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी रिश्ते में भी है और वे उदयपुर में एक कारखाने में मजदूरी का काम करते है. आर्थिक हालात ज्यादा ठीक नहीं होने के चलते उन्होंने शराब सेवन करते हुए मंदिर में चोरी की वारदात को अंजाम देने की योजना तैयार की. इसके बाद वे वैष्णो देवी माता मंदिर पहुंचे और ताला तोड़कर अंदर गए. जहा प्रतिमाओं पर चढ़े हुए चांदी के छत्र और जेवर उतारते समय प्रतिमाएं खंडित हो गई थी. आरोपी जेवर और अन्य सामान चुरा कर फरार हो गए पुलिस अब आरोपियो से माल बरामदगी के लिए पूछताछ कर रहीं है.

नई थाना अधिकारी साबिर खान के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में हेड कांस्टेबल हंसराज, राकेश मेहता, कांस्टेबल जगदीश, संदीप संतोष, गीतांजलि, सूरज कुंवर और साइबर सेल के गजराज सिंह ने विशेष भूमिका रही.

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