Agneepath Yojana: मोदी सरकार की इस योजना का देश के कई हिस्सों में विरोध हो रहा है.असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस पार्टी ने भी इसका विरोध किया है. कांग्रेस ने इस योजना को सुरक्षाबलों के साथ समझौता बताया है. लेकिन पार्टी लाइन से इतर मनीष तिवारी ने कहा कि यहां एक ज्यादा अहम और बड़ी बात पिछले दशकों में युद्ध की प्रकृति में बदलाव है.
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Agneepath Scheme: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने नरेंद्र मोदी सरकार की अग्निपथ योजना की तारीफ की है. कांग्रेस नेता ने इस योजना को 'सही दिशा में उठाया गया कदम' बताया है. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, आज के दौर में आपको एक मोबाइल आर्मी, एक युवा आर्मी चाहिए. आपको ज्यादा खर्च टेक्नोलॉजी और हथियारों पर करना होगा. ये तब तक नहीं होगा, जब तक आपकी सेना बहुत बड़ी नहीं होगी. इसी में सबसे ज्यादा पैसा खर्च होता है.
क्या बोले कांग्रेस नेता
मोदी सरकार की इस योजना का देश के कई हिस्सों में विरोध हो रहा है.असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस पार्टी ने भी इसका विरोध किया है. कांग्रेस ने इस योजना को सुरक्षाबलों के साथ समझौता बताया है. लेकिन पार्टी लाइन से इतर मनीष तिवारी ने कहा कि यहां एक ज्यादा अहम और बड़ी बात पिछले दशकों में युद्ध की प्रकृति में बदलाव है.
तिवारी ने कहा, "अगर आप सुरक्षाबलों को तीन दशक पीछे जाते हुए देखेंगे तो आपको मोबाइल अभियान बल की जरूरत है, जो टेक्नोलॉजी पर निर्भर है, जिसके पास लेटेस्ट हथियार है और युवा भी है. इसलिए उस स्थिति में यह एक बेहद जरूरी सुधार है. '' आगे तिवारी ने कहा कि चाहे आपको पसंद आए या ना आए, वन रैंक वन पेंशन योजना के कारण बढ़ता पेंशन बिल सरकार की गणना से गुजरा होगा.
इस योजना के कारण युवाओं में गुस्सा है, इसे स्वीकारते हुए तिवारी ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा बल कोई रोजगार गारंटी प्रोग्राम नहीं है. फिर भी, वर्तमान परिस्थितियों के हिसाब से सरकार को योजना बनानी चाहिए ताकि जब अग्निवीरों की चार साल की सेवा खत्म हो तो उन्हें अर्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस में रोजगार के अवसर मिलें.
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क्या है अग्निपथ योजना
इस नई योजना के तहत अब साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल तक के युवाओं को सिर्फ चार साल के लिए सेना में भर्ती किया जाएगा. इन्हें अग्निवीर का नाम दिया जाएगा. हर साल सेना के तीन अंगों में लगभग 50 हजार अग्निवीरों की भर्ती होगी. इस नए कदम से भारतीय सेना की औसत आयु 32 साल से 26 साल हो जाएगी. पेंशन का खर्चा भी काफी हद तक बचेगा. यानी इसमें आधुनिकीकरण भी है. पैसे की बचत भी है.
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