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Jammu-Kasmir News: राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने शनिवार को दिवंगत कश्मीरी अलगाववादी और हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के बरजुल्ला स्थित घर को सील कर दिया. ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस (APHC) के पूर्व अध्यक्ष के घर को श्रीनगर के जिलाधिकारी (DM) के आदेश पर सील किया गया. लंबी बीमारी के बाद 1 सितंबर, 2021 को गिलानी का निधन हो गया था. उनकी मौत को 5 अगस्त, 2019 (भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करना) के बाद कश्मीर में अलगाववादियों के लिए दूसरा बड़ा झटका माना जा रहा है, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि कश्मीर में अलगाववाद खत्म हो गया है.
गिलानी जमात-ए-इस्लामी और मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट से जम्मू-कश्मीर विधानसभा के सदस्य थे. 1989 में भारत विरोधी उग्रवाद के प्रकोप के बाद, उन्होंने चुनावी राजनीति को त्याग दिया और एक अलगाववादी नेता के रूप में केंद्रीय भूमिका निभाई. उनकी मृत्यु से पहले, अधिकारियों ने उन्हें 13 साल तक नजरबंद रखा था. उन्हें 2010 में उमर अब्दुल्ला के शासन के दौरान हिरासत में लिया गया था, जब उन्होंने एक मुठभेड़ में चार कश्मीरी युवकों की हत्या के खिलाफ कश्मीर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए थे.
कभी-कभी उन्हें चिकित्सा जांच के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच श्रीनगर के एक अस्पताल में स्थानांतरित करना पड़ा. गिलानी एक साथ कई बीमारियों से ग्रसित थे. कैंसर की वजह से उनकी एक किडनी निकाल दी गई थी जबकि उनके दिल की कई सर्जरी हुई थी. उनके करीबी सूत्रों के मुताबिक, पिछले दो साल से उनकी याददाश्त भी चली गई थी. गिलानी ने अपनी राजनीति की शुरुआत जमात-ए-इस्लामी से की थी, जो फिलहाल प्रतिबंधित है. वह 2003 में जमात-ए-इस्लामी से अलग हो गए और तहरीक हुर्रियत नाम से अपनी पार्टी बनाई, जिसके सदस्य ज्यादातर जमात-ए-इस्लामी से जुड़े थे.
2002 के विधानसभा चुनावों में पीपल्स कांफ्रेंस द्वारा एक परोक्ष उम्मीदवार खड़ा करने के जवाब में गिलानी ने हुर्रियत कांफ्रेंस से भी नाता तोड़ लिया और बाद में इसके एक गुट के प्रमुख बन गए. यहां तक कि उन्होंने दिल्ली से आए संसदीय प्रतिनिधिमंडल के लिए अपने आवास के दरवाजे भी बंद कर दिए. उनके बेटे, नसीबती अल्ताफ अहमद शाह को भी 2017 में अलगाववादियों पर व्यापक कार्रवाई के दौरान अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया था. अल्ताफ शाह तब से दिल्ली की तिहाड़ जेल में टेरर फंडिंग मामले में शामिल होने के आरोप में हिरासत में है.
J&K | Late Separatist leader Syed Ali Shah Geelani’s house at Barzulla, Srinagar sealed by SIA on the orders of DM Srinagar. pic.twitter.com/jyZIWQGrjT
— ANI (@ANI) December 24, 2022
इससे पहले 17 दिसंबर को, जम्मू-कश्मीर में आतंकी फंडिंग के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में, राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने बारामूला, बांदीपोरा, गांदरबल और कुपवाड़ा सहित कई जिलों में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (JeI) की सौ करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी.
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(एजेंसी इनपुट के साथ)