DNA with Sudhir Chaudhary: 'द बर्निंग प्लेन' बनने से बाल-बाल बचा Spicejet का विमान, क्यों हुआ ये हादसा
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DNA with Sudhir Chaudhary: 'द बर्निंग प्लेन' बनने से बाल-बाल बचा Spicejet का विमान, क्यों हुआ ये हादसा

DNA with Sudhir Chaudhary: विमान के इंजन में आग लगने के बाद कोई भी पायलट सबसे पहले इंजन को बन्द करता है क्योंकि ऐसा करने से इंजन तक Fuel की सप्लाई बन्द हो जाती है और आग बढ़ने का खतरा कम हो जाता है.

DNA with Sudhir Chaudhary: 'द बर्निंग प्लेन' बनने से बाल-बाल बचा Spicejet का विमान, क्यों हुआ ये हादसा

DNA with Sudhir Chaudhary: आपने The Burning Train के बारे में सुना होगा. लेकिन हम आपको The Burning Plane की कहानी बताएंगे. जब भी कोई Plane Crash होता है तो बहुत बड़ी Headline बनती है. लेकिन जब कोई Plane Crash होने से बाल-बाल बच जाता है तो उसके बारे में ज्यादा चर्चा नहीं होती. हम आपको पटना से दिल्ली से आ रहे एक ऐसे ही Plane के बारे में बताएंगे, जिसके इंजन में आग लग गई. इस Plane में लगभग 200 लोग थे, जो मौत के बहुत करीब जाकर वापस लौट आए. इन लोगों का बचना एक चमत्कार की तरह है. रविवार यानी 19 जून को पटना से दिल्ली के लिए उड़े Spicejet के एक यात्री विमान में अचानक से आग लग गई. जिसके बाद इस विमान में सवार लगभग 200 काफी घबरा गए और विमान की पटना में इमरजेंसी लैडिंग करानी पड़ी. पटना एयरपोर्ट की गिनती भारत के सबसे मुश्किल एयरपोर्ट में होती हैं, क्योंकि यहां रनवे के एक तरफ बड़े-बड़े पेड़ हैं और दूसरी तरफ रेलवे लाइन है. इसलिए दुर्घटना के समय किसी भी विमान के लिए यहां इमरजेंसी लैंडिंग करना बहुत मुश्किल साबित होता है. लेकिन इस घटना में ऐसा कुछ नहीं हुआ और सभी 200 लोगों की जान बच गई.

कैप्टन मोनिका खन्ना की सूझबूझ आई काम

इस Flight को कैप्टन मोनिका खन्ना उड़ा रही थीं और कहा जा रहा है कि उनकी सूझबूझ की वजह से ये बड़ा हादसा होने से टल गया. उन्हें जैसे ही पता चला कि विमान के इंजन में आग लग गई है, उन्होंने तुरंत इंजन को बन्द कर दिया. इसके बाद इस घटना की जानकारी कंट्रोल रूम को दी गई और ये विमान हवा में चक्कर लगाते हुए पटना एयरपोर्ट पर सुरक्षित नीचे उतर गया. अगर इस घटना की जानकारी सही समय पर कंट्रोल रूम को नहीं दी जाती और विमान को पटना एयरपोर्ट पर नहीं उतारा जाता तो ये विमान क्रैश हो सकता था. क्रैश होने के बाद रिहायशी इलाकों पर गिर सकता था. जिससे कई और लोगों की जान जा सकती थी. इसलिए इस विमान का क्रैश होने से बचना एक चमत्कार की तरह है.

क्यों हुआ ये हादसा?

शुरुआती जांच में बताया गया है कि, Take Off के दौरान एक पक्षी विमान से टकराया था, जिसकी वजह से ये हादसा हुआ. बाद में विमान के एक इंजन में आग लग गई. दुनिया में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं, जब किसी पक्षी के टकराने से विमान के इंजन में आग लग गई. उसके बाद वो विमान क्रैश हो गया. आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? ऐसा तभी होता है, जब विमान कम ऊंचाई पर उड़ रहा होता है. यानी या तो Take off के दौरान ऐसी घटनाएं होती हैं या लैंडिंग के दौरान विमान से पक्षी के टकराने का खतरा होता है. इस तरह की घटनाओं को Bird Strike कहते हैं. और इसमें पक्षी विमान के अलग-अलग हिस्सों से टकराते हैं. जैसे Plane की Wing से या उसकी Nose Cone से या फिर उसके इंजन से.

भारत में ज्यादा होती हैं Bird Strike

जब पक्षी Wing या Nose Cone से टकराते हैं तो ये हिस्सा डैमेज हो जाता है. इससे विमान के अन्दर का दबाव कम होने लगता है. ऐसी स्थिति में विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराना ही आखिरी विकल्प होता है. इसी तरह जब कोई पक्षी Turbine से टकरा कर इंजन में फंस जाता है तो इससे Fan Blade चलनी बन्द हो जाती है और इंजन भी काम करना बन्द कर देता है. इससे इंजन में आग लगने का खतरा बढ़ जाता है. जैसा कि इस मामले में होने की आशंका है. Directorate General of Civil Aviation यानी DGCA के अनुसार 2021 में भारत में Bird Strike की लगभग डेढ़ हजार घटनाएं हुई थीं. भारत में ये समस्या ज्यादा है, क्योंकि यहां शहरों में Waste Management के पर्याप्त इंतजाम नहीं है. कई हवाई अड्डे ऐसे हैं, जिनके पास खुले नाले बने हुए हैं. जिसकी वजह से यहां पक्षी ज्यादा होते हैं और Take Off और लैडिंग के दौरान ऐसी घटनाएं होती रहती हैं.

दूसरे इंजन की मदद से लैंडिंग

विमान के इंजन में आग लगने के बाद कोई भी पायलट सबसे पहले इंजन को बन्द करता है क्योंकि ऐसा करने से इंजन तक Fuel की सप्लाई बन्द हो जाती है और आग बढ़ने का खतरा कम हो जाता है. कैप्टन मोनिका खन्ना ने भी इस हादसे को टालने के लिए ऐसा ही किया. उनकी इस सूझबूझ से विमान में बैठे लोगों की जान बच गई. अभी यात्रियों के लिए जितने भी Aircrafts इस्तेमाल होते हैं, उनमें दो इंजन होते हैं. ताकि एक इंजन में अगर तकनीकी खराबी आए या उसमें आग लग जाए तो दूसरे इंजन की मदद से विमान को सकुशल Land कराया जा सके. इस विमान ने भी दूसरे इंजन की मदद से लैडिंग की. Spicejet का ये विमान Boeing 737 सीरीज का है, जिस पर पहले भी कई बार सवाल उठ चुके हैं. ये उसी सीरीज का विमान है, जिसके खिलाफ वर्ष 2018 में बड़ी कार्रवाई हुई थी. उस समय Boeing 737 Max सीरीज के दो यात्री विमान क्रैश हो गए थे, जिसके बाद भारत समेत ज्यादातर देशों ने इनके इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था. लगभग डेढ़ साल तक ये विमान रनवे पर खड़े रहे थे. इस घटना में भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय के लिए ये सीख है कि वो एयरपोर्ट के पास बने नालों और Waste Management के लिए नई व्यवस्था लाए. लोगों के लिए सीख ये है कि वो विमान में यात्रा के दौरान ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहें. क्योंकि इस मामले में ये देखा गया कि हादसे के बाद लोग ये पूछ रहे थे कि विमान का इमरजेंसी डोर किधर है.

विमान में सफर करते समय रहें सतर्क

जब भी कोई विमान उड़ान भरता है तो सबसे पहले विमान के Crew Members आपको यही बताते हैं कि आपातकालीन द्वार किधर हैं, आपको इमरजेंसी में अपना Oxygen Mask कैसे लगाना है और Life Jacket सीट के नीचे कहां रखी होती है. लेकिन हमारे देश के लोग इन Instructions को सही से नहीं सुनते. उन्हें लगता है कि ये तो सिर्फ एक प्रक्रिया का हिस्सा है. जबकि ऐसा नहीं है. 2020 में हुए एक सर्वे में 52 प्रतिशत लोगों ने माना था कि वो Take Off से पहले इस तरह के Instructions को ध्यान से नहीं सुनते. और इन्हें गम्भीरता से भी नहीं लेते. इसलिए इस घटना से ये सीख मिलती है कि आपको विमान में सफर करते समय इन सारी बातों का ध्यान रखना चाहिए.

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