दिल्ली: धुंध में लिपटी राजधानी, AIIMS का अलर्ट, प्रदूषण से बढ़ रहा है कोरोना संक्रमण
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दिल्ली: धुंध में लिपटी राजधानी, AIIMS का अलर्ट, प्रदूषण से बढ़ रहा है कोरोना संक्रमण

एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि बढ़ते प्रदूषण की वजह से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. उन्होंने लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करने की सलाह दी है. 

देश की राजधानी में हवा की गुणवत्ता बेहद खतरनाक स्थिति पर पहुंच गई....

नई दिल्ली : दीपावली के दिन की सुबह दिल्ली धुंध की चादर में सिमटी गई.  देश की राजधानी दिल्ली के दिलवाले खतरनाक प्रदूषण की स्थिति में सांस लेने को मजबूर हो गए. राजधानी के कई इलाकों में धुंध और कोहरे के मोटी चादर देखने को मिली. इसके चलते एनसीआर के कई इलाकों में कम विजिबिलिटी की वजह से भी लोग परेशान हुए.

  1. कोरोना संक्रमण के दौर में खतरनाक हुआ प्रदूषण
  2. त्योहारों में सोशल डिस्टेंसिंग टूटना चिंता का विषय
  3. ठंड के सीजन में कोरोना वायरस देर तक सक्रिय 

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (Delhi Pollution Control Committee) के डाटा के मुताबिक राजधानी के आनंद विहार (Anand Vihar) इलाके में हवा करी गुणवत्ता सबसे खराब रही. सरकारी डेटा के मुताबिक आनंद विहार का एयर क्वालिटी इंडेक्स ( Air Quality Index)सीवियर कैटिगिरी के तहत 424 रेकार्ड हुआ. दूसरे नंबर पर सबसे खराब हवा आईटीओ चौक पर हुई जहां AQI 400 रहा.

कोरोना काल में कैसे होगा बचाव?
एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि बढ़ते प्रदूषण की वजह से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. उन्होंने लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करने की सलाह दी है. दरअसल त्योहारों के मौसम में दिल्ली समेत देश भर के कई इलाकों में एक ही व्यक्ति से कई लोगों को संक्रमण हो सकता है. वहीं एम्स निदेशक की जानकारी के मुताबिक ठंड में कोरोना वायरस अधिक देर तक सक्रिय रह सकता है,  इसलिए इतने प्रदूषण के बीच खुद का बचाव करना एक बड़ी जिम्मेदारी हो गया है.

जहरीली खतरनाक हवा वाले दिल्ली के टॉप 4 इलाकों की बात करें तो अगला आरके पुरम का रहा जहां एक्यूआई 354 और आईजीआई एयरपोर्ट पर हवा की गुणवत्ता इंडेक्स पर 328 होने पर स्थानीय लोगों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं

एक्यूआई (AQI) का पैमाना
हवा की गुणवत्ता के पैमाने में 0 और 50 के बीच 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है.

मौसम विज्ञान विभाग ने भी दीवाली पर राजधानी की हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में जाने की भविष्यवाणी की थी.

खराब हवा की गुणवत्ता के कारण COVID 19 महामारी को बिगड़ने से रोकने के लिए, राष्ट्रीय हरित अधिकरण NGT ने 9 नवंबर की मध्यरात्रि से 30 नवंबर की मध्यरात्रि तक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पटाखों की बिक्री और पटाखे फोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाते हुए कानून की सख्ती से पालना सुनिश्चित कराने को कहा है. 

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