पालघर लिंचिंग मामले में हाल ही में गिरफ्तार हुए 101 आरोपियों में से एक आरोपी कोरोना पॉजिटिव पाया गया.
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सिलवासा: पालघर से सटे ग्रीन जोन और केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली पर एक बार फिर से कोरोना वायरस (Coronavirus) का संकट गहरा गया है. दरअसल पालघर मॉब लिंचिंग (Palghar Mob Lynching) मामले के 390 फरार आरोपियों की वजह से ग्रीन जोन में दोबारा कोरोना के नए मामले सामने आने का खतरा बढ़ गया है. इसके कारण स्थानीय प्रशासन की नींद उड़ गई है.
बता दें कि पालघर लिंचिंग मामले में हाल ही में गिरफ्तार हुए 101 आरोपियों में से एक आरोपी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. जांच एजेंसी के मुताबिक, इस मामले में अब भी 350 से ज्यादा संदिग्ध आरोपी फरार हैं. जो दादरा और नगर हवेली, सिलवासा की पहाड़ियों और जंगलों में छिपे हो सकते हैं. हालांकि इन्हें तलाशने के लिए पहले ही कई टीमें बनाई जा चुकी हैं और ड्रोन का भी इस्तेमाल जारी है.
गौरतलब है कि एक आरोपी के पॉजिटिव पाए जाने के बाद फरार 390 आरोपियों में भी कोरोना पॉजिटिव होने की गुंजाइश टाली नहीं जा सकती है. ऐसे में ये फरार आरोपी ग्रीन जोन केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली और सिलवासा के लिए किसी बड़े संकट से कम नहीं हैं.
इससे पहले जिस आरोपी को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, उसे पालघर के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती करवाया गया. आरोपी वाडा पुलिस थाने की कस्टडी में था.
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बता दें कि बीते गुरुवार को पालघर मॉब लिचिंग मामले में 101 आरोपियों को डहाणू कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से कोर्ट ने उन्हें 14 दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया था. जब इन आरोपियों में से एक में कोरोना की पुष्टि हुई तो पुलिस हरकत में आ गई और मरीज को तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
गौरतलब है कि 19 अप्रैल को पालघर में घटी इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया था. लॉकडाउन के बीच दोनों साधु अपने गुरु के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सूरत जा रहे थे. रास्ते में पालघर के कासा पुलिस स्टेशन के गडचिंचले गांव में लोगों ने दोनों साधुओं और उनके ड्राइवर को पीट-पीटकर मार डाला. पुलिस तमाशा देखती रही थी.
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