1989 के बाद पहली बार दक्षिण कश्मीर के त्राल से हिजबुल आतंकियों का पूरी तरह सफाया
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1989 के बाद पहली बार दक्षिण कश्मीर के त्राल से हिजबुल आतंकियों का पूरी तरह सफाया

हिज्ब के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी के इलाके से हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों का सफाया कर दिया गया है.

फाइल फोटो

पुलवामा: हिज्ब के पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी के इलाके यानी हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन के हॉट बेड त्राल से सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों का सफाया कर दिया है.

त्राल में हिजबुल मुजाहिदीन के तीन स्थानीय आतंकवादियों के मारे जाने के बाद त्राल के हिजबुल आतंकी संगठन में कोई हिज्ब सक्रिय आतंकी नहीं बचा है.

IGP कश्मीर विजय कुमार ने कहा, "आज के सफल ऑपरेशन के बाद, त्राल क्षेत्र में हिजबुल मुजाहिदीन का कोई आतंकवादी नहीं बचा है. यह 1989 के बाद पहली बार हुआ है. ”

उन्होंने कहा, त्राल जिसे कभी आतंकवाद का हॉट बेड माना जाता था, जहां अब आधा दर्जन से अधिक स्थानीय आतंकवादी सक्रिय हैं, लेकिन हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादी संगठन से कोई नहीं नहीं बचा है.

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि “कासिम @ जुगनू, हिज्ब कमांडर हमाद खान की मौत के बाद त्राल में एचएम का एक मात्र कमांडर बचा था.  वह 2017 में मिलिटेंट रैंक में शामिल हुआ था. वह पिछले छह महीनों से त्राल का केवल एक मात्र सक्रिय आतंकवादी था. उसने मई में, कोइल त्राल से हरीस और जून में, लारीबल त्राल के बेसित को हिजबुल में भर्ती किया था. लेकिन आज यह तीनों मुठभेड़ में मारे गए। 

एक रिपोर्ट से पता चलता है कि तारा इलाके में अब पांच स्थानीय आतंकवादी सरकारी हैं, उनमें से तीन जैश के साथ हैं, एक लश्कर के साथ और एक अंसार गजवतुल हिंद के साथ.

2014 में कश्मीर में विशेष रूप से दक्षिण में आतंकवाद के फिर से उभरने के बाद, त्राल ने कई शीर्ष कमांडरों को पाया जाता था जो ज्यादातर हिज्ब के सक्रिय आतंकी थे. कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्वॉय बुरहान मुजफ्फर वानी, जो कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन को मजबूत करने वाला आतंकी था और सौ से ज्यादा स्थानीय युवा उसके प्रभाव में एचएम आतंकी संगठन में शामिल हो गए. बाद में बुरहान को जुलाई 2016 में मार दिया गया. उसकी मौत के बाद दर्जनों और आतंकी संगठन हिजबुल में शामिल हो गए.

लेकिन सुरक्षाबलों ने, जिन्होंने ऑपरेशन आॅल आउट शुरू किया, आतंकी संगठनों में बड़ी सेंध लगा दी और इस साल सुरक्षाबलों के आक्रामक मूड ने 111 आतंकवादियों को अब तक मार दिया. ज्यादातर अभियान दक्षिण कश्मीर में हुए हैं और हिज्ब के 60 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं.

2014 के बाद से मारे गए शीर्ष हिज्ब कमांडरों में आदिल खान, बुरहान मुजफ्फर वानी, सुबजर भट, जाकिर मूसा शामिल हैं. हालांकि जाकिर बाद में हिज्ब से अलग होकर अंसार गजावतुल हिंद में शामिल हुआ. इसके अलावा आकिब मौलवी, हामद खान, शकूर, रियाज नाइकू और मोहम्मद कासिम शामिल हैं.

अब सुरक्षाबल क्षेत्र के अन्य सक्रिय आतंकवादियों का भी सफाया करने की कोशिश में हैं और कड़ी निगरानी भी रखे हुए हैं, ताकि आतंकी संगठनों में कोई स्थानीय शामिल न हो. 

एक अधिकारी ने कहा कि हमने पहले ही युवाओं की काउंसलिंग करनी शुरू कर दी है जिससे वे समझ सकें कि हिंसा का रास्ता भविष्य को नष्ट करता है.

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