कर्मचारी ने पुलवामा हमले का किया समर्थन, बताया सर्जिकल स्‍ट्राइक, कंपनी ने किया सस्‍पेंड
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कर्मचारी ने पुलवामा हमले का किया समर्थन, बताया सर्जिकल स्‍ट्राइक, कंपनी ने किया सस्‍पेंड

कंपनी ने रियाज अहमद वानी को लेटर लिखकर पोस्ट करने के कारण के बारे में पूछा है.

कर्मचारी ने हमलों का समर्थन किया था.

जम्मू-कश्मीरः पुलवामा में हुए CRPF जवानों पर आतंकी हमले का समर्थन करने पर मुंबई की एक निजी फार्मा कंपनी ने अपने कर्मचारी को सस्‍पेेंड कर दिया है. साथ ही उससेे जवाब भी मांगा है. दरअसल, रियाज अहमद वानी नाम के इस कर्मचारी ने गुरुवार को पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर अपने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें कर्मचारी ने हमलों का समर्थन किया था. निजी कंपनी के इस कर्मचारी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि "Ataah Wanaaan Surgical Strike", जिसका मतलब होता है, 'इसे कहते हैं सर्जिकल स्ट्राइक.' जिसे देखने के बाद कंपनी के मुंबई स्थित हेड ऑफिस ने रियाज अहमद वाऩी को लेटर लिखकर पोस्ट करने के कारण के बारे में पूछा है और साथ ही रियाज अहमद को कंपनी से निकालने की बात भी कही है.

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बता दें पोस्ट देखने के बाद कंपनी ने रियाज को तत्काल सस्पेंड कर दिया है और जल्द से जल्द पोस्ट करने के कारणों के बारे में बताने को कहा है. यह पहली बार नहीं है जब रियाज ने भारत का विरोध करते हुए पाकिस्तान का समर्थन किया हो. रियाज अहमद की अधिकतर पोस्ट को देखकर यह साफ जाहिर होता है कि वह पाकिस्तानी समर्थक है. रियाज इससे पहले भी कई ऐसे विवादित फोटोज और पोस्ट्स शेयर कर चुका है, जिसमें उसका पाकिस्तान प्यार साफ झलकता है. कुछ दिनों पहले ही रियाज ने पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर पाकिस्तानी झंडे के साथ फोटो शेयर करते हुए स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाओं का संदेश दिया था.

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बता दें जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को हुए आतंकवादी हमले में 44 जवान शहीद हो गए, जिनमें से 40 जवानों की पहचान उनके आधार कार्ड, आईडी कार्ड तथा कुछ अन्य सामानों के जरिए ही हो पाई. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि भीषण विस्फोट से जवानों के शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गए थे, इसलिए उनकी शिनाख्त करना मुश्किल काम था. इन शहीदों की पहचान आधार कार्ड, बल के आईडी कार्ड, पैन कार्ड अथवा उनकी जेबों या बैगों में रखे छुट्टी के आवेदनों से की जा सकी. वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कुछ शवों की शिनाख्त कलाइयों में बंधी घड़ियों अथवा उनके पर्स से हुई. ये सामान उनके सहयोगी ने पहचाने थे.

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