लालू यादव से चोरी छुपे मिलने पहुंचे 'मंत्री जी', विरोध के बाद देनी पड़ी सफाई
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लालू यादव से चोरी छुपे मिलने पहुंचे 'मंत्री जी', विरोध के बाद देनी पड़ी सफाई

RIMS के चिकित्सक की गाड़ी में बैठकर लालू यादव से मिलने आए प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता सवालों के घेरे में आ गए हैं. जिसके कारण अब उन्होंने सफाई दी है. 

लालू यादव से चोरी छुपे मिलने पहुंचे 'मंत्री जी', विरोध के बाद देनी पड़ी सफाई

रांची: राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (RIMS) के चिकित्सक की गाड़ी में बैठकर लालू यादव (Lalu Yadav) से मिलने आए प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) सवालों के घेरे में आ गए हैं. जिसके कारण अब उन्होंने सफाई दी है. 

उन्होंने कहा, 'मेरी लालू यादव के साथ कोई मुलाकात नहीं हुई है. केली बंगला रिम्स कैंपस में हैं, हम स्वास्थ्य मंत्री हैं, हमारे डॉक्टर वहां जाते हैं, हमारे नर्स जाते हैं, हमारे स्टॉप जाते हैं. मैं उस विभाग का मंत्री हूँ और उस विभाग का सहकर्मी भी. मेरा फर्ज बनता है कि जो साधन है उसका निरीक्षण करूं और कहां पर क्या-क्या कमी है उसे ढुंढकर दूर करना भी मेरा ही काम है. 

'लालू यादव से मिलना उद्देश्य नहीं बल्कि संसाधन की जांच था'
उन्होंने कहा कि लालू यादव हों या कोई दूसरा भी, उनकी परेशानियों को दूर करना मेरा काम है. हमें तो सारे कैंपस को और पूरे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को देखना है. उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य लालू यादव से मिलना नहीं था, बल्कि अस्पताल संसाधन में कहीं कमी तो नहीं, उसका निरीक्षण करना था. विपक्ष का तो काम है बोलना, आरोप लगाना, जो वो कर रहे हैं.

'लालू के पास भीड़ जमा होने के लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार'
जेल आईजी वीरेंद्र भूषण ने बताया, 'कोई भी कैदी जब बीमारी अवस्था में जाता है, तो हम उसको जिला पुलिस प्रशासन को हैंड ओवर कर देते हैं. जिसके बाद वो अपने अभिरक्षा और सुरक्षा में कैदी का इलाज करवाते हैं. इतना ही नहीं, जरूरत पड़ने पर कैदी की सुरक्षा के लिए उचित ठोस कदम भी जिला प्रशासन उठाता है. और कैदी के ठीक होने के बाद उसे वापस जेल प्रशासन को हैंड ओवर कर दिया जाता है. ऐसे में अगर लालू यादव के पास भीड़ जमा हो रही है तो उसमें जिला प्रशासन की जवाबदेही है. लॉ एंड ऑर्डर में जेल प्रशासन का कोई रोल ही नहीं है.

'मंत्री का लालू यादव से मिलना गलत नहीं'
आईजी भूषण ने आगे कहा कि, स्वास्थ्य मंत्री पूरे राज्य के हैं. रिम्स उनके अंदर में आता है, जिस वार्ड में लालू यादव रह रहे हैं वो रिम्स का एक विंग है, जिसे स्पेशल वार्ड डिक्लियर किया गया है. ऐसे में जब मंत्री रिम्स के दौरे पर हैं तब वो अस्पताल के किसी भी वार्ड में जा सकते हैं. ये एक संयोग मात्र है कि जिस वार्ड में मंत्री ने दौरा किया उसमें लालू यादव भर्ती हैं. इसी कारण उनका वहां जाना नियम विरुद्ध नहीं लग रहा है. उन्होंने ये साफ किया कि उसे जेल में तब्दील नहीं किया गया है. ऐसे में उनका कैली बंगला में जाना गलत नहीं है. आईजी ने आगे कहा कि बिहार में राजनीति माहौल है. इसलिए इसके बारे में ज्यादा चर्चा हो रही है. पर इस मुलाकात के दौरान जेल मैनुअल का उल्लंघन नहीं हुआ है. 

'बंगले में चल रहा चुनावी नाटक बंद हो'
हालांकि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की रिम्स में लालू यादव से मुलाकात पर झारखंड बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा, 'वो स्वास्थ्य मंत्री हैं, जेल मंत्री नहीं. पूरा बंगला जेल के रूप में नोटिफाइड है. चोर दरवाजे से मिलने का शिलशिला जारी है. ये बेहद दुखद है. हमने केंद्रीय गृह मंत्रालय से मांग की है कि लालू यादव को वापस जेल भेजा जाए और चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जाए. बंगले में चुनाव को लेकर जो नाटक चल रहा है बन्द होना चाहिए.

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