यहां कोरोना (Covid-19) के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है.
लाहौल स्पीति जिले में पहले के 2-3 महीनों तक कोरोना का एक भी केस नहीं आया था, लेकिन इस वक्त हालात बेकाबू हो गए हैं.
कोरोना महामारी के शुरुआती दौर में हिमाचल प्रदेश कुछ दिन तो बचा रहा, लेकिन लॉकडाउन हटने के बाद तेजी से मामले बढ़े और जिस तरह ये गांव पूरी तरह कोरोना संक्रमित हुआ उसने भी सर्दियों की शुरुआत में प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
लाहौल स्पीति जिले के इसी गांव में 52 वर्षीय शख्स ने यह दिखा दिया कि अगर पूरी ईमानदारी से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए तो कोरोना से बचा जा सकता है. 52 साल के भूषण ठाकुर पूरे गांव में अकेले ऐसे व्यक्ति हैं, जो कोरोना वायरस की चपेट से बाहर हैं. जबकि, भूषण की पत्नी और पूरा परिवार भी कोरोना पॉजिटिव हैं.
लाहौल घाटी के थौरांग गांव के सारे लोग Corona Positive मिले हैं. इसके बाद सामुदायिक संक्रमण के कयासों को बल मिल रहा है.
बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन ने टूरिस्ट के आने पर भी पाबंदी लगा दी है. रोहतांग सुरंग के उत्तर की तरफ पर्यटकों को जाने की इजाजत नहीं है.
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