बाड़मेर में एक तरफ महिलाएं मटकियां फोड़कर जलदाय विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है, तो दूसरी तरफ जलदाय विभाग के अधिकारियों की मेहरबानी से पानी माफिया पीने के पानी की चोरी कर रहे हैं.
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बाड़मेर: पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में हमेशा पानी की किल्लत रही है. यही वजह है की यहां लोग पानी की एक-एक बूंद की अहमियत समझते हैं. लेकिन दूसरी तरफ जलदाय विभाग के अधिकारियों की मेहरबानी से नर्मदा नहर की पाइप लाइन को तोड़कर ना केवल अवैध जल कनेक्शन लिया गया बल्कि इसी पानी से कई किसान खेती और बागवानी कर रहे हैं.
बाड़मेर में एक तरफ महिलाएं मटकियां फोड़कर जलदाय विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है, तो दूसरी तरफ जलदाय विभाग के अधिकारियों की मेहरबानी से पानी माफिया पीने के नहरी पानी की चोरी कर रहे हैं.
जिला मुख्यालय से करीब 7 किमी दूर लालानियों की ढाणी में ऐसा ही मामला सामने आया है. आरोपी मांगीलाल ने अपनी 7 बीघा जमीन में अवैध जल कनेक्शनों से खेती कर अनार, सागवान समेत कई पौधे लगाए हैं. इतना ही नहीं इसी फार्म हाउस मालिक के कई चौंकाने वाले कारनामे भी सामने आए. फार्म हाउस मालिक खेत के चारों तरफ अवैध रूप से बिजली के सरकारी पोल लगवाकर बिजली की भी चोरी कर रहा है.
जिला प्रशासन की पड़ताल में सामने आया कि फार्म हाउस मालिक ने जिला परिषद से 7 लाख रुपये की लागत की पाइप लाइन स्वीकृत करवाकर अपने निजी फायदे के लिए अपने फार्म हाउस तक बिछवा डाली. इसके बाद फार्म हाउस पर अवैध रूप से अंडरग्राउंड टैंक और ओपन डिग्गी बनाकर उसमें हजारों लीटर पानी स्टोर कर डाला. ये खेल पिछले पांच सालों से ऐसे ही चल रहा है.
वहीं, जिला कलेक्टर ने पानी माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश भी दिए है. जलदाय मंत्री बीडी कल्ला का कहना है कि इस तरह के कामों को रोकने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं. पानी की कालाबाजारी हर हाल में रोकी जाएगी.