रामनाथ कोविंद ने 3 पुलिसकर्मियों को भेजा राष्ट्रपति भवन आने का न्‍योता, जानिए क्यों?
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रामनाथ कोविंद ने 3 पुलिसकर्मियों को भेजा राष्ट्रपति भवन आने का न्‍योता, जानिए क्यों?

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने एक फंक्शन में दिल्ली पुलिस के तीनकर्मियों को निजी तौर पर न्‍योता भेजा है. 

रामनाथ कोविंद ने 3 पुलिसकर्मियों को भेजा राष्ट्रपति भवन आने का न्‍योता, जानिए क्यों?

नई दिल्लीः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक फंक्शन में दिल्ली पुलिस के तीन कर्मियों को पर्सनली तौर पर न्‍योता भेजा है. कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में गृह कार्य (Home function) के लिए 3 दिल्ली पुलिस कर्मियों को 'कोरोना वॉरियर' के रूप में उनके काम की पहचान देने के लिए आमंत्रित किया है. इन कोरोना वॉरियर पुलिस कर्मियों के नाम हैं एसआई सुनीता मान, जो दिल्ली के एक लोकल पुलिस स्टेशन मैदान गरी के नंबर डी -3215 में तैनात हैं. हेड कांस्टेबल (AWO) मनीष कुमार, जो द्वारका डिस्ट्रिक्ट के नंबर 243 / कॉम में पोस्टिड हैं. जबकि हेड कांस्टेबल जितेन्द्र रोहिणी जिले के PS कंझावला नं 645 / RD पुलिस स्टेशन पर तैनात हैं. 

SI सुनीता मान
एसआई सुनीता मान चौबीसों घंटे फ्रंटलाइन कोरोना योद्धा के रूप में काम कर रही हैं और उन्हें सीओवीआईडी -19 के प्रसारण के संभावित खतरों का भी सामना करना पड़ रहा है. बावजूद इसके सुनीता जनता के साथ उच्च पेशेवर तरीके ( highly professional manners) से बातचीत करती हैं और उनमें जागरूकता पैदा करती हैं. सुनीता इस कठिन समय में महिलाओं के बीच जाकर कोरोना (COVID-19) के बचाव के उपाय बताती हैं.  अपनी ड्यूटी के साथ-साथ वे जरूरतमंदों को भोजन के पैकेट वितरित करती हैं. टेस्टिंग के दौरान सुनीता सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा दयाभाव भी दिखाती हैं. उनका मानना कि मुश्किल वक्त में दयालुता भी एक सामाजिक जिम्मेदारी है. 

हेड कांस्टेबल जितेंद्र 
हेड कांस्टेबल जितेंद्र आर्थिक रूप से कमजोर लोगों और मजदूरों के बीच जाकर उन्हें भोजन बांटते हैं. कोरोना काल की इन विपरीत परिस्थितियों में जितेंद्र ने बिना आराम किए लोगों की मदद की है. इस महामारी के वक्त में जितेंद्र ने फंसे हुए कई छात्रों, पर्यटकों और श्रम प्रवासियों (labour migrants) के बचाव के लिए अथक प्रयास किए हैं. 

हेड कांस्टेबल मनीष कुमार 
हैड कांस्टेबल (AWO) मनीष कुमार कोरोना लॉकडाउन पीरियड के दौरान पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी करते रहे. इसके अलावा उन्होंने जरूरतमंद लोगों के लिए सामुदायिक रसोई चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. हेड कांस्टेबल (AWO) मनीष कुमार कोरोना लॉकडाउन पीरियड के दौरान पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी करते रहे. इसके अलावा उन्होंने जरूरतमंद लोगों के लिए सामुदायिक रसोई चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मनीष सामुदायिक रसोई के जरिए हर दिन लगभग 800 जरूरतमंद लोगों को भोजन खिलाते हैं. पीएम मोदी ने अपने "मन की बात" कार्यक्रम के दौरान सामुदायिक रसोई का जिक्र किया था और तस्वीरें भी दिखाई थीं. 

 

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