TMC नेता अखिल गिरी का राष्ट्रपति मुर्मू पर अपमानजनक बयान, गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर उतरी BJP
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TMC नेता अखिल गिरी का राष्ट्रपति मुर्मू पर अपमानजनक बयान, गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर उतरी BJP

Akhil Giri On President: टीएमसी (TMC) के नेता अखिल गिरी (Akhil Giri) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) पर कथित रूप से अपमानजनक बयान दिया है. बीजेपी गिरी की गिरफ्तारी की मांग कर रही है.

अखिल गिरी का विवादित बयान.

Akhil Giri Statement: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सत्तारूढ़ टीएमसी (TMC) के नेता अखिल गिरी (Akhil Giri) ने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी की है. टीएमसी नेता अखिल गिरी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अपमानजनक बयान को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है और टीएमसी नेता अखिल गिरी की गिरफ्तारी की मांग की है. बीजेपी (BJP) कार्यकर्ता, पश्चिम बंगाल में विवादित बयान के लिए टीएमसी नेता अखिल गिरी को अरेस्ट करने की मांग कर रहे हैं.

टीएमसी नेता ने मांगी माफी

हालांकि, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अपमानजनक टिप्पणी का वीडियो वायरल होने के बाद टीएमसी नेता अखिल गिरि ने माफी मांग ली है. सोशल मीडिया पर वायरल 17 सेकंड के वीडियो टीएमसी नेता अखिल गिरि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को विवादित बयान देते हुए दिख रहे हैं.

टीएमसी नेता को बर्खास्त करने की मांग

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री अखिल गिरी पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपने मंत्री को तुरंत बर्खास्त कर देश से माफी मांगने की मांग की है. अर्जुन मुंडा ने ममता बनर्जी के मंत्री अखिल गिरी द्वारा देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर की गई टिप्पणी को अभद्र, अशोभनीय, निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण बताया.

ममता बनर्जी से की गई ये मांग

उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद एक महिला हैं, इसके बावजूद उनके मंत्री देश की महिला आदिवासी राष्ट्रपति के ऊपर इस तरह की अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने ममता बनर्जी से देश से माफी मांगने की मांग करते हुए कहा कि ममता बनर्जी को खुद सामने आकर यह स्पष्टीकरण देना चाहिए कि उनके मंत्री ने किसके कहने पर महिला आदिवासी राष्ट्रपति को अपमानित करने वाला बयान दिया है.

अर्जुन मुंडा ने कहा कि राष्ट्रपति का पद देश का संवैधानिक सर्वोच्च पद होता है जो राजनीति और राजनीतिक दलों से ऊपर होता है. देश की राष्ट्रपति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करती हैं और उनके बारे में इस तरह का अभद्र और अपमानजक बयान देकर तृणमूल कांग्रेस के मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की छवि को धूमिल करने का काम किया है.

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