Umesh Pal Murder Case: माफिया अतीक अहमद का साथ देना पड़ा भारी, बरेली जेल के जेलर समेत 7 कर्मी हुए सस्पेंड; हो सकती है अरेस्टिंग
Advertisement
trendingNow11608604

Umesh Pal Murder Case: माफिया अतीक अहमद का साथ देना पड़ा भारी, बरेली जेल के जेलर समेत 7 कर्मी हुए सस्पेंड; हो सकती है अरेस्टिंग

Yogi Adityanath Government Action in Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में योगी सरकार ने माफिया अतीक अहमद का साथ देने वाले जेल अफसरों पर एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की इस कार्रवाई के जरिए सरकार ने फिर मैसेज दिया है कि अपराध का साथ देने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा. 

 

Umesh Pal Murder Case: माफिया अतीक अहमद का साथ देना पड़ा भारी, बरेली जेल के जेलर समेत 7 कर्मी हुए सस्पेंड; हो सकती है अरेस्टिंग

Umesh Pal Murder Case Latest Updates: बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल के मर्डर के बाद माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके गुर्गों पर योगी सरकार का गुस्सा जमकर फूट रहा है. न केवल अतीक (Atiq Ahmed) के गुर्गों पर कार्रवाई हो रही है बल्कि उसका साथ देने वाले पुलिस और जेल अफसरों पर भी नकेल कसी जा रही है. अब सरकार के आदेश पर बरेली जिला जेल के जेलर समेत 7 कर्मियों के सस्पेंड कर दिया गया है. यह कार्रवाई बरेली जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ अहमद को गैर-कानूनी तौर पर वीआईपी ट्रीटमेंट देने के नाम पर की गई है. 

बरेली जेल के 7 कर्मी सस्पेंड

सूत्रों के मुताबिक डीआईजी जेल आर्यन पांडे ने जिला जेल के 7 कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. उसमें एक जेलर, एक डिप्टी जेलर और 5 बंदी रक्षक शामिल हैं. आरोप है कि बरेली जिला जेल में बंद अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के भाई अशरफ को अंदर वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता था. साथ ही मोबाइल फोन के जरिए जेल के अंदर से ही उसकी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी करवाई जाती थी. ऐसे में जेल प्रशासन कटघरे में खड़ा होता दिखाई दे रहा था.

डीआईजी जेल ने की जांच

मामला उछलने पर शासन के आदेश पर डीआईजी जेल आर्यन पांडे ने प्रकरण की जांच की, जिसमें जेलर समेत 7 लोग कसूरवार पाए गए. अभी लगभग दो दर्जन लोगों से पूछताछ जारी है. जिसमें कई और बड़े नाम सामने आ सकते हैं. सस्पेंड हुए 7 लोगों में 2 लोग शिव हरी अवस्थी और मनोज वर्ड पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. अब जेलर और डिप्टी जेलर समेत बचे हुए 5 लोग भी जल्द ही गिरफ्तार किए जा सकते हैं. इसके बाद उनसे अतीक के साथ रिश्तों पर पूछताछ की जाएगी. 

एक और गवाह ने मांगी सुरक्षा

उधर अतीक (Atiq Ahmed) गैंग के खिलाफ कार्रवाई के बावजूद उसके गिरोह की दहशत लोगों में अब भी बरकरार है. मृतक राजू पाल के गांव कौशांबी ज़िले के चकपिन्हा गांव में रहने वाले गवाह ओमप्रकाश ने अब अपनी जान को खतरा बताया है. पुलिस को दी गई शिकायत में ओमप्रकाश ने कहा कि माफिया अतीक का गुर्गा अब्दुल कवि उसके बगल के गांव में ही रहता है. वह उस पर पहले भी जानलेवा हमला कर चुका है. उमेशपाल की हत्या के बाद से वह फरार है लेकिन अब उसे अपनी जान जाने का डर सता रहा है. उसने पुलिस-प्रशासन से उसकी सुरक्षा के इंतजाम करने का आग्रह किया है. 

हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे

Trending news